कागज़ का सपना
कागज़ का सपना यह कहानी है 'पुस्तिकाग्राम' की 'काव्या' की, जिसने अपने गाँव की सदियों पुरानी, लुप्त होती 'हाथ से कागज़ बनाने' की कला को पुनर्जीवित किया। उसने पारंपरिक विधियों को आधुनिक नवाचारों से जोड़कर, न केवल पर्यावरण-अनुकूल कागज़ का उत्पादन किया, बल्कि सामाजिक रूढ़ियों और व्यावसायिक चुनौतियों को पार करते हुए अपने समुदाय की महिलाओं को आत्मनिर्भरता और एक हरित भविष्य की राह दिखाई। पुस्तिकाग्राम की खामोशी भारत के...