जलांजलि का जाल
जलांजलि का जाल वर्ष 1968, एक जासूस प्रद्युम्न को समुद्रपुर के पुराने बंदरगाह में भेजा गया है। उसका लक्ष्य एक रहस्यमयी जहाज 'जलांजलि' को रोकना है, जो देश के लिए एक बड़ा खतरा है। इस मिशन में उसे एक रहस्यमयी अधिकारी नंदक और एक स्थानीय informer केतकी के जाल में फँसना पड़ता है। उसे एहसास होता है कि यह केवल एक मिशन नहीं, बल्कि एक जटिल राजनीतिक साज़िश है। समुद्रपुर...