जल का साया
जल का साया यह सत्रहवीं शताब्दी में गोवा के एक वीरान द्वीप पर रहने वाले एक मछुआरे नीलकमल और उसकी पत्नी जाह्नवी की कहानी है। उन्हें एक प्राचीन और रहस्यमयी मूर्ति मिलती है, जो धीरे-धीरे उनकी यादों को मिटाना और एक-दूसरे के बीच भ्रम पैदा करना शुरू कर देती है। वे एक ऐसे डरावने जाल में फँस जाते हैं, जहाँ अपनी पहचान खो बैठते हैं। अपरिचित द्वीप पर सत्रहवीं सदी...