भाव-यात्रा
भाव-यात्रा भावना-लोक नामक एक भविष्य की सभ्यता में, जहाँ हर नागरिक का जीवन एक नियंत्रित, सुखद भ्रम पर आधारित है, युवा भाव-अन्वेषक प्रणव को एक अज्ञात, तीव्र भावना का पता चलता है। यह भावना, जिसे विराट-भाव कहते हैं, शहर की मायावी शांति को भंग कर रही है। वह अपनी सहयोगी, स्मृति-पाठक संजना के साथ मिलकर, कठोर सम्राट निरंजन के सत्ता-षड्यंत्र का पर्दाफ़ाश करने निकल पड़ता है, जो उन्हें एक प्राचीन,...