कागज़ की पहचान: अंजलि का पुनर्जन्म
कागज़ की पहचान: अंजलि का पुनर्जन्म अंजलि, एक गृहिणी, अपने पिता से सीखी हुई हाथ से कागज़ बनाने की पारंपरिक कला को फिर से जगाती है। जब उसका परिवार आर्थिक संकट में फँस जाता है, तो वह इस कला की शक्ति को खोजती है। समाज के संदेह और परिवार के विरोध का सामना करते हुए, वह अपनी कला से समुदाय को आर्थिक रूप से सशक्त करती है, और अपनी पहचान...