स्वर की गूँज
स्वर की गूँज यह कहानी है 'स्वरग्राम' की 'रागिनी' की, जिसने अपने गाँव की सदियों पुरानी 'तंतुवीणा' वाद्य कला को पुनर्जीवित किया। उसने इस कला को केवल एक वाद्य यंत्र तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे विश्व मंच पर पहचान दिलाई और अपने समुदाय को संगीत के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाया। शांत स्वरों का गाँव भारत के एक हरे-भरे अंचल में, जहाँ हर सुबह चिड़ियों का मधुर कलरव सुनाई देता...