अंतर्नाद की गूँज
अंतर्नाद की गूँज यह कहानी शिल्पपुर नामक एक गाँव के एक कुशल मूर्तिकार, अर्जुन की है। वह अपनी कला की पूर्णता के लिए प्रसिद्ध था, और वह मानता था कि जीवन का सार केवल निश्चित, स्थिर शांति में है। जब एक दिन उसकी सबसे उत्कृष्ट कलाकृति टूट जाती है, तो उसकी दुनिया टूट जाती है। यह कहानी उसकी आंतरिक यात्रा का वर्णन करती है, जहाँ वह सीखता है कि सच्ची...