पत्थर का झूठ
पत्थर का झूठ शहर के प्रतिष्ठित मूर्तिकार अधिराज शर्मा, अपनी शांत कार्यशाला में मृत पाए जाते हैं। उनकी मेज पर एक अधूरी, प्राचीन शैली की मूर्ति और एक रहस्यमयी, प्राचीन प्रतीक मिलता है। यह प्रतीक 'ज्ञानचक्र' नामक एक गुप्त संगठन से जुड़ा हुआ प्रतीत होता है। निरीक्षक ईशान, जो अपनी शांत और तार्किक सोच के लिए जाने जाते हैं, और उनकी युवा साथी उप-निरीक्षक निधि, इस जटिल मामले की तह...