गुप्त कुआँ
गुप्त कुआँ १९वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में एक जिज्ञासु पुरातत्वविद सत्यव्रत, एक बूढ़े राजा राजेश्वर के निमंत्रण पर एक सुदूर पहाड़ी रियासत में पहुँचता है। रियासत में एक प्राचीन और रहस्यमयी कुआँ है, जिसके बारे में कहा जाता है कि वह एक भयानक बीमारी का केंद्र है। कुएँ की गहराई में उतरते हुए सत्यव्रत को एहसास होता है कि यह सिर्फ़ एक बीमारी नहीं, बल्कि राजा के परिवार का एक...