देवलोक में अँधेरा
देवलोक में अँधेरा देवलोक की शाम अपनी पूरी भव्यता के साथ ढल रही थी। ऊँची-ऊँची इमारतों पर लगी एलईडी रोशनियाँ शहर को एक चमकता हुआ गहना बना रही थीं। सूर्यकेतु अपनी प्रयोगशाला में था, जो एक शांत, गुप्त स्थान था। वह अपने नए डेटा-एनालाइज़र पर काम कर रहा था, जब अचानक उसकी कलाई पर लगी घड़ी पर एक अजीब सा अलर्ट आया। यह अलर्ट किसी सामान्य खतरे का नहीं था,...