राधिका की छाया-कथा राधिका, एक गृहिणी, अपनी दादी से सीखी पारंपरिक छाया कठपुतली कला को फिर से जगाती है। जब उसका गाँव बच्चों के बीच बढ़ती डिजिटल लत से जूझता है, तो वह अपनी कला के माध्यम से उन्हें पारंपरिक कहानियों से जोड़ती है। समाज के संदेह और परिवार के विरोध का सामना करते हुए, वह अपनी कला से समुदाय …
सारांश: यह कहानी राजकुमार अरण्य की भावनात्मक और जादुई यात्रा है, जो बादलों के बीच तैरते ‘आईना महल’ में रहता है। इस महल की विशेषता है कि यहाँ के हर आईने में अरण्य का एक अलग और रहस्यमय प्रतिबिंब दिखाई देता है—जो कभी हँसता है, कभी रोता है, जबकि वह खुद शांत खड़ा रहता है। अपने पिता राजा के यह …
अहाना की चित्र-गाथा अहाना, एक गृहिणी, अपनी दादी से सीखी पारंपरिक चित्रकला की लुप्त होती कला को फिर से जगाती है। जब उसका गाँव सामाजिक रूढ़ियों और महिलाओं के दमन से जूझता है, तो वह अपनी कला के माध्यम से चुप्पी तोड़ती है। समाज के विरोध और परिवार के संदेह का सामना करते हुए, वह अपनी कला से समुदाय को …
बीजों की विरासत: तारा की कहानी तारा, एक गृहिणी, अपनी दादी से सीखे पारंपरिक बीज संरक्षण और जैविक खेती की लुप्त होती कला को फिर से जगाती है। जब उसका गाँव एक भीषण सूखे की चपेट में आता है, तो वह इन प्राचीन बीजों की जीवन शक्ति को खोजती है। समाज के संदेह और परिवार के विरोध का सामना करते …
अदिति की आरोग्य-गाथा अदिति, एक गृहिणी, अपनी दादी से सीखे पारंपरिक जड़ी-बूटी उपचार की लुप्त होती कला को फिर से जगाती है। जब उसका गाँव एक रहस्यमयी बीमारी से ग्रस्त होता है, तो वह इन प्राचीन औषधियों की उपचार शक्ति को खोजती है। समाज के संदेह और परिवार के विरोध का सामना करते हुए, वह अपनी कला से समुदाय को …
कामिनी की काष्ठ-कला कामिनी, एक गृहिणी, अपने दादाजी की लुप्त होती पारंपरिक काष्ठ-कला को फिर से जगाती है। यह कला, जिसे कभी केवल पुरुषों का काम माना जाता था, उसे एक नया उद्देश्य देती है। समाज की रूढ़ियों और परिवार के विरोध का सामना करते हुए, वह इस कला को पुनर्जीवित करती है, और अपनी पहचान बनाती है। शांत जीवन …
नंदिनी का नक्षत्र-पथ नंदिनी, एक गृहिणी, अपने दादाजी से सीखे पारंपरिक खगोलीय ज्ञान को एक भीषण प्राकृतिक आपदा के बाद फिर से जगाती है। अपने परिवार को खोने के दर्द के बावजूद, वह तारों और मौसम के संकेतों को पढ़कर समुदाय को बचाने का बीड़ा उठाती है। यह उसकी आंतरिक शक्ति और प्राचीन ज्ञान के माध्यम से एक नई दिशा …
अवंतिका की विरासत अवंतिका, एक गृहिणी, अपने दादाजी की पुरानी हवेली में छिपी पारंपरिक वास्तुकला और महिलाओं से जुड़े ऐतिहासिक साक्ष्यों को पाती है। अपने परिवार को खोने के दर्द के बावजूद, वह इस ज्ञान को संरक्षित करने और साझा करने का बीड़ा उठाती है। यह उसकी आंतरिक शक्ति और प्राचीन ज्ञान के माध्यम से एक नई दिशा खोजने की …
शालिनी की रंगशाला शालिनी, एक गृहिणी, अपने दादाजी की लुप्त होती प्राकृतिक रंगाई और बुनाई की कला को फिर से जगाती है। यह कला, जिसे कभी ‘नीचा’ माना जाता था, उसे एक नया उद्देश्य देती है। समाज की रूढ़ियों और परिवार के विरोध का सामना करते हुए, वह इस कला को पुनर्जीवित करती, और अपनी पहचान बनाती है। लेखक: MiMi …
आरुषि की दिशा आरुषि, एक गृहिणी, अपने दादाजी से सीखे पारंपरिक खगोलीय ज्ञान को एक भीषण प्राकृतिक आपदा के बाद फिर से जगाती है। अपने परिवार को खोने के दर्द के बावजूद, वह तारों और मौसम के संकेतों को पढ़कर समुदाय को बचाने का बीड़ा उठाती है। यह उसकी आंतरिक शक्ति और प्राचीन ज्ञान के माध्यम से एक नई दिशा …
देविका की बिसात देविका, एक गृहिणी, अपने दादाजी की पुरानी हवेली में छिपे पारंपरिक भारतीय बोर्ड खेलों की विरासत पाती है। यह कला, जिसे कभी केवल पुरुषों का काम माना जाता था, उसे एक नया उद्देश्य देती है। समाज की रूढ़ियों और परिवार के विरोध का सामना करते हुए, वह इस कला को पुनर्जीवित करती है, और अपनी पहचान बनाती …
अवंतिका की मिट्टी का जादू अवंतिका, एक गृहिणी, अपने दादाजी की पुरानी हवेली में छिपे पारंपरिक मिट्टी के बर्तनों की लुप्त होती कला को पाती है। यह कला, जिसे कभी ‘नीचा’ माना जाता था, उसे एक नया उद्देश्य देती है। समाज की रूढ़ियों और परिवार के विरोध का सामना करते हुए, वह इस कला को पुनर्जीवित करती है, और अपनी …
रूपाली का नटराज रूपाली, एक गृहिणी, अपने जीवन के खालीपन में एक प्राचीन, लुप्त होती लोक नृत्य कला को पाती है। यह कला, जिसे कभी ‘नीचा’ माना जाता था, उसे एक नया उद्देश्य देती है। समाज की रूढ़ियों और परिवार के विरोध का सामना करते हुए, वह इस कला को पुनर्जीवित करती है, और अपनी पहचान बनाती है। लेखक: MiMi …
बांस का बंधन अदिति, एक गृहिणी, अपने जीवन के खालीपन में पारंपरिक बांस की बुनाई की लुप्त होती कला को पाती है। यह कला, जिसे कभी केवल पुरुषों का काम माना जाता था, उसे एक नया उद्देश्य देती है। परिवार और समाज के विरोध का सामना करते हुए, वह इस कला को पुनर्जीवित करती है, और अपनी पहचान बनाती है। …
मीनाक्षी का खेल मीनाक्षी, एक गृहिणी, अपने दादाजी की पुरानी हवेली में छिपे पारंपरिक भारतीय खेलों की विरासत पाती है। आधुनिकता के बीच इस प्राचीन कला को पुनर्जीवित करने के लिए वह परिवार और समाज की रूढ़ियों का सामना करती है। यह उसकी आंतरिक शक्ति और खेल के माध्यम से सांस्कृतिक पहचान को संजोने की प्रेरक कहानी है। लेखक: MiMi …
लीला के भित्तिचित्र लीला, एक गृहिणी, अपने जीवन के खालीपन में एक प्राचीन, उपेक्षित मंदिर में छिपे भित्तिचित्रों को पाती है। वह उन्हें पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठाती है, जिससे समाज की रूढ़ियों और परिवार के विरोध का सामना करती है। यह उसकी कला के माध्यम से आत्म-खोज और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण की प्रेरक कहानी है। लेखक: MiMi Flix …
अहाना की गुप्त पोथियाँ अहाना, एक गृहिणी, अपने दादाजी की पुरानी, धूल भरी पुस्तकालय की विरासत पाती है। वहाँ उसे सदियों से छिपी प्राचीन पोथियाँ मिलती हैं, जिनमें भुला दिए गए ज्ञान और कहानियाँ हैं। समाज के विरोध का सामना करते हुए, वह इस ज्ञान को संरक्षित करने और साझा करने का बीड़ा उठाती है। लेखक: MiMi Flix प्रकाशक: MiMi …
अग्निपरीक्षा का स्वाद विदुषी, एक असाधारण रसोइया, अपने पारंपरिक परिवार की अपेक्षाओं में अपनी पाक कला के जुनून को दबा देती है। जब जीवन उसे एक अप्रत्याशित चुनौती देता है, तो वह अपनी रसोई के दायरे से बाहर निकलकर, अपने अनूठे व्यंजनों से समाज की धारणाओं को बदलती है। यह उसकी आत्म-खोज और पाक कला के माध्यम से स्वतंत्रता पाने …
पुरानी किताबों की नई दास्तान आराधना को अपने दादाजी की पुरानी किताबों की दुकान विरासत में मिली, जो एक शहर के बीचो-बीच थी। एक रियल एस्टेट डेवलपर उस दुकान की जगह पर एक मॉल बनाना चाहता था। आराधना ने न केवल अपनी पारिवारिक विरासत को बचाने का फैसला किया, बल्कि उस पुरानी दुकान को आधुनिकता का स्पर्श देकर नया जीवन …
नारी शक्ति का नया सवेरा मीरा एक महत्वाकांक्षी उद्यमी है जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए एक छोटे शहर से बड़े महानगर में आती है। वह अपने संघर्षों और चुनौतियों से लड़ते हुए एक सफल महिला उद्यमी बनती है। यह कहानी सिर्फ उसकी व्यावसायिक यात्रा की नहीं, बल्कि उसके व्यक्तिगत विकास, रिश्तों और समाज में उसके स्थान की …
निशा की सूक्ष्म दुनिया निशा अपने बचपन के सूक्ष्म चित्रकला के जुनून को फिर से जगाती है, जिसे परिवार केवल एक शौक मानता था। वह अपनी कला को रोजमर्रा की वस्तुओं पर उकेरकर कहानियों को जीवंत करती है, जिससे उसे एक नई पहचान मिलती है। यह उसकी आंतरिक शक्ति और कला के माध्यम से स्वयं को अभिव्यक्त करने की प्रेरक …
राधिका की मिठाई यह कहानी राधिका की है, जिसने अपने दादाजी की पुरानी मिठाई की दुकान को फिर से जीवित करने का बीड़ा उठाया। आधुनिक प्रतिस्पर्धा और व्यक्तिगत चुनौतियों का सामना करते हुए, वह अपनी पारिवारिक विरासत को नया रूप देती है। अपनी लगन और नवाचार से वह दुकान को एक प्रिय सामुदायिक केंद्र में बदल देती है, और अपनी …
धरती की पुकार यह कहानी अदिति की है, जिसने अपने बच्चों के स्वास्थ्य के लिए एक अदृश्य खतरे से लड़ने का संकल्प लिया। उसने गाँव के पर्यावरण को बचाने और लोगों को जागरूक करने के लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी। यह एक माँ के अटूट प्रेम और धरती के प्रति उसके गहरे सम्मान की गाथा है। लेखक: MiMi Flix प्रकाशक: …
हरित धागों का सपना: वनाली की बुनाई कहानी यह कहानी वनाली की है, जिसने अपने क्षेत्र में लुप्त होती पारंपरिक बाँस शिल्प कला को देखा। उसने प्राचीन ज्ञान को आधुनिक डिज़ाइन और टिकाऊ व्यापार से जोड़ा, जिससे न केवल क्षेत्र के शिल्प में जीवंतता लौटी, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भरता और एक कलात्मक, समृद्ध भविष्य की राह भी दिखाई। लेखक/प्रकाशक: MiMi …
समीरा का रंगमंच लेखक: MiMi Flix प्रकाशक: MiMi Flix कॉपीराइट © 2025 MiMi Flix सर्वाधिकार सुरक्षित। इस पुस्तक का कोई भी अंश, लेखक या प्रकाशक की पूर्व लिखित अनुमति के बिना, किसी भी रूप में या किसी भी माध्यम से, इलेक्ट्रॉनिक या यांत्रिक सहित, फोटोकॉपी, रिकॉर्डिंग, या किसी भी सूचना भंडारण और पुनर्प्राप्ति प्रणाली द्वारा पुनरुत्पादित या प्रसारित नहीं किया …
ईशा की जड़ी-बूटी लेखक: MiMi Flix प्रकाशक: MiMi Flix कॉपीराइट © 2025 MiMi Flix सर्वाधिकार सुरक्षित। इस पुस्तक का कोई भी अंश, लेखक या प्रकाशक की पूर्व लिखित अनुमति के बिना, किसी भी रूप में या किसी भी माध्यम से, इलेक्ट्रॉनिक या यांत्रिक सहित, फोटोकॉपी, रिकॉर्डिंग, या किसी भी सूचना भंडारण और पुनर्प्राप्ति प्रणाली द्वारा पुनरुत्पादित या प्रसारित नहीं किया …
अनान्या की कथा लेखक: MiMi Flix प्रकाशक: MiMi Flix कॉपीराइट © [2025] MiMi Flix सर्वाधिकार सुरक्षित। इस पुस्तक का कोई भी अंश, लेखक या प्रकाशक की पूर्व लिखित अनुमति के बिना, किसी भी रूप में या किसी भी माध्यम से, इलेक्ट्रॉनिक या यांत्रिक सहित, फोटोकॉपी, रिकॉर्डिंग, या किसी भी सूचना भंडारण और पुनर्प्राप्ति प्रणाली द्वारा पुनरुत्पादित या प्रसारित नहीं किया …
नयना का नक्षत्र एक. शांत जीवन नयना का जीवन एक शांत नदी की तरह बह रहा था। तीस की उम्र पार कर चुकी नयना अपने छोटे से घर में अपने पति प्रकाश और दो प्यारे बच्चों, तारा और रवि, के साथ खुश थी। प्रकाश एक स्थानीय विद्यालय में शिक्षक थे, और नयना घर को संभालती थी। उसका दिन बच्चों के …
रंगों की कहानियाँ: धरती पर उकेरी गई विरासत यह कहानी ‘रंगभूमि’ की रंगना की है, जिसने अपने क्षेत्र में लुप्त होती ‘पारंपरिक रंगोली’ कला और समुदाय में बढ़ती उदासीनता को देखा। उसने अपनी दादी से सीखे प्राचीन ज्ञान को आधुनिक कला तकनीकों और डिजिटल मंचों से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और व्यावसायिक चुनौतियों को पार करते हुए, उसने न केवल धरती …
छाया का संदेश: अज्ञानता पर ज्ञान की विजय दीपिका, एक दूरदराज के क्षेत्र की युवा लड़की, अपनी दादी से सीखी प्राचीन छाया-नाट्य कला को आधुनिक सामाजिक संदेशों के साथ जोड़ती है। वह अंधविश्वास और अज्ञानता से जूझ रहे अपने लोगों को कहानियों के माध्यम से शिक्षित करती है, उन्हें सशक्त बनाती है, और एक उज्जवल भविष्य की ओर ले जाती …
वस्त्रलोक की रेशमी क्रांति: एक बुनाई की नई गाथा यह कहानी है ‘वस्त्रलोक’ की ‘तान्या’ की, जिसने अपने क्षेत्र में लुप्त होती ‘पारंपरिक हाथ की बुनाई’ कला और आधुनिक मशीनी वस्त्रों के बढ़ते चलन से आई आर्थिक चुनौतियों को देखा। उसने अपनी दादी से सीखे प्राचीन बुनाई ज्ञान को आधुनिक डिज़ाइन, टिकाऊ सामग्री और सहकारी व्यापार मॉडल से जोड़ा। सामाजिक …
रणभूमि से रंगभूमि तक: शौर्य कला का नया अध्याय यह कहानी ‘शौर्यवन’ की ‘वीरा’ की है, जिसने अपने क्षेत्र में लुप्त होती ‘पारंपरिक युद्ध कला’ और युवाओं में बढ़ती हिंसा को देखा। उसने अपने गुरु से सीखे प्राचीन मार्शल आर्ट के ज्ञान को आधुनिक आत्मरक्षा और अनुशासन से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और चुनौतियों को पार करते हुए, उसने न केवल …
बूंद-बूंद जीवन: नीरधारा क्षेत्र की जल-क्रांति नीरधारा क्षेत्र में, जहाँ प्राचीन जल-स्रोत सूख रहे थे और पानी की कमी एक बड़ी समस्या बन गई थी, पवनी ने अपनी दादी से सीखे पारंपरिक जल प्रबंधन के ज्ञान को आधुनिक जल विज्ञान और सामुदायिक भागीदारी से जोड़ा। उसने न केवल सूखे जल-निकायों को नया जीवन दिया, बल्कि लोगों को एकजुट कर एक …
कठपुतली की आवाज़: न्याय की नई कहानी यह कहानी ‘नादवन’ की न्यायिका की है, जिसने अपने क्षेत्र में लुप्त होती ‘कठपुतली कला’ और लोगों के बीच व्याप्त अन्याय को देखा। उसने अपनी दादी से सीखे प्राचीन ज्ञान को आधुनिक सामाजिक वकालत और डिजिटल मंचों से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और चुनौतियों को पार करते हुए, उसने न केवल कठपुतली कला को …
सूखी नदी का नया जीवन: जल-सहेली की कहानी यह कहानी ‘नीरभूमि’ की नलिनी की है, जिसने अपने क्षेत्र को सूखती नदियों, घटते भूजल और पारंपरिक जल प्रबंधन के लुप्त होने से जूझते देखा। उसने अपनी दादी से सीखे प्राचीन जल-ज्ञान को आधुनिक भूजल विज्ञान और सामुदायिक भागीदारी से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और चुनौतियों को पार करते हुए, उसने न केवल …
स्वर संगम: लुप्त होती धुन का नया जीवन यह कहानी ‘नादवन’ की ‘रागिनी’ की है, जिसने अपने क्षेत्र में लुप्त होती ‘वीणा-शिल्प’ (पारंपरिक वीणा बनाने की कला) और समुदाय में बढ़ती खामोशी को देखा। उसने अपनी दादी से सीखे प्राचीन ज्ञान को आधुनिक ध्वनि विज्ञान और डिजिटल मंचों से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और व्यावसायिक चुनौतियों को पार करते हुए, उसने …
उम्मीद की नींव यह कहानी ‘सुरक्षाग्राम’ की ‘दृष्टि’ की है, जिसने अपने गाँव को हर साल आने वाली विनाशकारी बाढ़ और पारंपरिक ज्ञान की उपेक्षा से जूझते देखा। उसने अपनी दादी से सीखे बाढ़-प्रतिरोधी निर्माण के प्राचीन तरीकों को आधुनिक इंजीनियरिंग और सामुदायिक संगठन से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और तकनीकी चुनौतियों को पार करते हुए, उसने न केवल गाँव को …
शांतिवन की मानसी यह कहानी ‘शांतिवन’ की ‘मानसी’ की है, जिसने अपने गाँव को आधुनिक जीवन के तनाव और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझते देखा। उसने अपनी दादी से सीखे ‘मनो-शांति जड़ी-बूटियों’ और ‘ध्यान-कथा’ के प्राचीन ज्ञान को आधुनिक मनोविज्ञान और डिजिटल मंचों से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और चुनौतियों को पार करते हुए, उसने न केवल गाँव में मानसिक शांति …
वन्यग्राम का शांति-सेतु: अरण्यिका की अनूठी पहल यह कहानी ‘वन्यग्राम’ की ‘अरण्यिका’ की है, जिसने अपने गाँव को जंगली जानवरों के बढ़ते हमलों और पारंपरिक समाधानों की विफलता से जूझते देखा। उसने अपनी दादी से सीखे पशु व्यवहार के प्राचीन ज्ञान को आधुनिक वन्यजीव संरक्षण और ड्रोन तकनीक से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और चुनौतियों को पार करते हुए, उसने न …
हरित विरासत की वापसी: बीजिका की अनूठी पहल यह कहानी ‘बीजकन्यकाग्राम’ की ‘बीजिका’ की है, जिसने अपने गाँव को आधुनिक खेती और अनिश्चित मौसम के कारण नष्ट होते पारंपरिक बीजों से जूझते देखा। उसने अपनी दादी के प्राचीन ज्ञान को आधुनिक वनस्पति विज्ञान और सामुदायिक संगठन से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और तकनीकी चुनौतियों को पार करते हुए, उसने न केवल …
सारांश: आरुषि को दादी माँ की एक रहस्यमयी किताब मिलती है, जो उसे कल्पलोक नाम की जादुई दुनिया में ले जाती है। वहाँ उसे तीन परीक्षाओं का सामना करना पड़ता है, जहाँ उसे अपने डर, भावनाओं और सच्चे रूप को पहचानना होता है। इन परीक्षाओं को पार करने के बाद, वह समयश्री से मिलती है और आत्म-ज्ञान तथा दूसरों की …
सारांश: समायरा एक जादुई नीली रौशनी का पीछा करती है, जो दुनिया की आख़िरी ‘खुशी की लौ’ थी। इस लौ को उड़ते किले तक पहुँचाने के लिए उसे अपने भाई विवान के साथ तीन मुश्किल चुनौतियों को पार करना पड़ता है। किले के अंदर वे आसान की जगह मुश्किल रास्ता चुनते हैं और लौ को सिंहासन पर रखकर दुनिया में …
सारांश (बूंदू और जादुई बादल): बूंदू एक चंचल और कल्पनाशील बच्चा था, जो अपनी दादी के साथ जंगल के किनारे बने एक छोटे से घर में रहता था। उसका घर भले ही साधारण था, लेकिन उसकी कल्पनाएँ आसमान जितनी विशाल थीं। हर दिन वह दूर-दूर तक फैले बादलों को निहारता, उनकी आकृतियों में घोड़े, महल और रहस्यमयी जीव देखता, और …
सारांश: गर्मियों की छुट्टियों में, 12 साल का आरव और उसकी 11 साल की साहसी बहन रुहानी शांतिवन में एक रहस्यमय, पुराना पुस्तकालय खोज निकालते हैं—‘छाया पुस्तकालय’। अंदर, वे किताबों के एक लाइब्रेरियन, श्रीमान रुमाल सिंह से मिलते हैं, जो बताते हैं कि कहानियाँ मर रही हैं। पता चलता है कि जो कहानियाँ अब कोई नहीं पढ़ता, उन्हें छायालोक (कहानियों …
पुरानी जड़ों से नई उड़ान: एकताग्राम की पुनर्निर्माण गाथा यह कहानी एकताग्राम की अदिति की है, जिसने अपने गाँव में पीढ़ियों के बीच बढ़ती दूरियों और पारंपरिक निर्णय-प्रणाली के लुप्त होने से आई कलह और ठहराव को देखा। उसने प्राचीन ज्ञान को आधुनिक संचार और सामुदायिक विकास से जोड़कर, न केवल गाँव को फिर से एकजुट किया, बल्कि महिलाओं को …
सारांश: 10 साल का उत्साही टिल्लू अपने दादाजी के पुराने घर के धूल भरे तहख़ाने में एक रहस्यमय खोज करता है—एक बड़ा, गोल, धातु का दरवाज़ा, जिस पर लिखा था: “समय का दरवाज़ा”। जिज्ञासा से भरकर टिल्लू जैसे ही दरवाज़े के डिस्क को घुमाता है, वह 1000 साल पुराने, भव्य राज्य “कालधरा” में पहुँच जाता है। वहाँ एक बुज़ुर्ग साधु …
सारांश (घंटाघर का चौथा संकेत): राखगढ़ शहर में, बंद और धूल भरे घंटाघर के बारे में एक गहरा रहस्य है: यह हर 29 साल में चार संकेत देता है, जिनमें से तीन—भूकंप, याददाश्त खोना, और सड़क का ग़ायब होना—इतिहास में दर्ज हैं। 100 साल बाद, 29वाँ साल फिर आने वाला है। रहस्यों के शौकीन 12 साल के अर्णव को संग्रहालय …
सारांश (अनसुनी राग): यह कहानी है ईशान की, एक असाधारण बच्चे की, जिसके पास आवाज़ों को सुनने की एक अनोखी शक्ति थी—वह हर ध्वनि को रंग के रूप में महसूस करता था, पर दुनिया उसे पागल समझती थी। उसका जीवन तब बदल जाता है जब उसके संगीत शिक्षक, पंडित रघुनाथ जी, उसे एक पुरानी, टूटी हुई हारमोनियम और ‘राग शून्य’ …
सारांश: निओन स्कूल शहर का सबसे शानदार, अनुशासित और चमकदार संस्थान था। यह ऐसा स्कूल था जहाँ हर छात्र एक ‘आदर्श नागरिक’ बनकर निकलता था—शांत, एकाग्र, और बिना किसी सवाल के आज्ञाकारी। यह विद्यालय पूर्णता की एक ऐसी चमकीली तस्वीर था, जो बाहरी दुनिया को अपनी असाधारण सफलता से चौंकाता था। पर इस परफेक्ट तस्वीर के भीतर, 12 साल के …
सारांश: ‘नीरवा’ राज्य की छोटी राजकुमारी लारा अपने शाही जीवन से ऊब चुकी है और अक्सर महल के बाहर की चमकती झील को देखती है। एक रात, उसे एक रहस्यमय सफेद पंख में लिपटा संदेश मिलता है जो उसे अकेले झील पर बुलाता है। लारा साहस कर निकलती है और झील के रक्षक, सफेद हंस ‘एलियोन’ से मिलती है। एलियोन …
भित्ति-चित्रों की जीवंत गाथा यह कहानी है ‘चित्रग्राम’ की ‘चित्रा’ की, जिसने अपने गाँव को फीकी दीवारों, गुम होती पहचान और युवा पीढ़ी में घटती सामुदायिक भावना से जूझते देखा। उसने अपनी दादी से सीखी ‘भित्ति-चित्रकला’ (दीवारों पर चित्र बनाने की कला) को आधुनिक कला तकनीकों और सामुदायिक कला परियोजनाओं से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और व्यावसायिक चुनौतियों को पार करते …
सारांश: सारालोक राज्य में, मिट्टी से बनी एक अनोखी लड़की, कुमी, रहती थी, जिसे लोग कमज़ोर समझते थे। जब समुद्र में अजीब हलचल शुरू हुई और कोई भी योद्धा इसका रहस्य नहीं सुलझा पाया, तो कुमी चुपचाप समुद्र की ओर चली गई। उसके समुद्र को छूते ही पानी शांत हो गया। एक सीप के मार्गदर्शन पर, कुमी समुद्र के नीचे …
सारांश: वायुलोक नामक अनोखे राज्य में, जहाँ महल हवा में तैरते थे, राजकुमारी तारा अपने फूलमहल में रहती थी। नौ वर्ष की तारा बहुत सुंदर थी, लेकिन वह बोलती नहीं थी। लोग उसकी चुप्पी को कमजोरी समझते थे, जबकि वह वास्तव में पत्तों और बादलों तक की आवाज़ सुन सकती थी। एक दिन, फूलमहल की खुशबू फीकी पड़ने लगी और …
सारांश: यह कहानी होशियार लेकिन खामोश रहने वाली 10 साल की अनया की है, जो अपने पुराने घर के एक बंद कोने में छत की सीढ़ियों के पीछे एक रहस्यमय दरवाज़ा खोज लेती है। अंधेरे में खुलने वाला यह दरवाज़ा उसे एक उल्टे जंगल में ले जाता है जहाँ पेड़ की जड़ें आसमान की ओर हैं। वहाँ उसकी मुलाकात दृश्य …
वृक्ष की कहानियाँ: एक डिजिटल यात्रा यह कहानी है ‘वृक्षवन’ की ‘वृषाली’ की, जिसने अपने गाँव में बढ़ती सामाजिक दूरी और लुप्त होती ‘वृक्ष तले कथा-वाचन’ की पारंपरिक कला को देखा। उसने अपनी दादी से सीखे मौखिक इतिहास और लोक कथाओं के ज्ञान को आधुनिक डिजिटल रिकॉर्डिंग और पॉडकास्टिंग से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और तकनीकी चुनौतियों को पार करते हुए, …
सारांश: एक शांत और बाहरी दुनिया से कटी हुई घाटी में, एक नीले रंग की चिड़िया आकाशपंखी रहती थी, जो भावनाओं की भाषा बोलती थी। घाटी के केंद्र में एक चमकता हुआ जादुई पेड़ था, जिसके बारे में कहा जाता था कि वह तभी फल देता है जब कोई निस्वार्थ भाव से दूसरों की भलाई के लिए दुआ करता है। …
आनंद की ताल: एक गाँव का नृत्य-पुनरुत्थान यह कहानी आनंदग्राम की हर्षिता की है, जिसने अपने गाँव को सामाजिक दूरी और लुप्त होती ‘पारंपरिक लोक नृत्य’ कला से जूझते देखा। उसने अपनी दादी से सीखे ज्ञान को आधुनिक आंदोलन चिकित्सा और डिजिटल मंचों से जोड़ा, जिससे न केवल गाँव में खुशहाली लौटी, बल्कि समुदाय की महिलाओं को आत्मनिर्भरता और एक …
सारांश: धरती से दूर, एलमोर नाम का एक रहस्यमय नगर है जहाँ घड़ियाँ नहीं चलतीं, पर समय फिर भी बहता है। इस नगर के लोग मानते हैं कि सच्चे सपने देखने वाले बच्चे को ‘समय की चाबी’ मिलेगी, जो एलमोर के बंद रहस्यों को खोलेगी। ज़ारा, एक 9 साल की लड़की है जो अपने सपनों को कभी नहीं भूलती। एक …
सारांश: स्वप्नपुर नामक जादुई राज्य में, नीरमाया नाम की एक नीली झील थी जिसके गायन से बच्चों के सपने जाग उठते थे। 11 वर्षीय शांत स्वभाव की लड़की रूही, जो अपने पापा की बांसुरी के सुरों में खोई रहती थी, इस झील के पास रहती थी। एक रात, राज्य पर आपदा आई जब झील ने अचानक गाना बंद कर दिया, …
सारांश (सपनों की घाटी और अनोखा संगी): स्वप्नपुर नामक एक जादुई घाटी में, जहाँ सपने फूलों की तरह खिलते थे, चमकपुर गाँव में विहान नाम का एक कल्पनाशील और चुप रहने वाला दस वर्षीय लड़का रहता था। वह हमेशा एक मौन लकड़ी की बाँसुरी अपने पास रखता था, जिसके बारे में लोगों का मानना था कि यह किसी काम की …
प्लास्टिक से मुक्ति: मिट्टी का नया सवेरा यह कहानी ‘मृण्मयग्राम’ की ‘मृण्मयी’ की है, जिसने अपने गाँव को प्लास्टिक प्रदूषण और पारंपरिक मिट्टी के बर्तन बनाने की कला के लुप्त होने से जूझते देखा। उसने अपनी दादी से सीखे प्राचीन ज्ञान को आधुनिक टिकाऊ डिज़ाइन और पर्यावरण-अनुकूल उत्पादन से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और व्यावसायिक चुनौतियों को पार करते हुए, उसने …
सारांश: सप्तवर्णा नामक एक रंगीन भूमि में, नीले राज्य की चमत्कारी रानी नीला रेशमा शासन करती थी, जिसके स्पर्श से फूल खिलते थे। एक दिन, अचानक सारे नीलफूल मुरझा गए और समय ठहर गया। रानी ने समझा कि समय का अपहरण हो गया है क्योंकि सप्तवर्णा को जीवंत रखने वाला ‘कालपुष्प’ मुरझा गया है। कालपुष्प को बचाने के लिए, रानी …
सारांश: नीलकंठ वन, एक रहस्यमय और कहानियों से भरा जंगल है, जिसके केंद्र में रूपसरिता नामक झील और वहाँ की अलौकिक सत्ता ‘झरनों की रानी’ निवास करती हैं। कहानी की नायिका कनक है, जो अपनी नानी के साथ वन में रहती है और जल की भाषा समझती है। एक दिन, वन पर संकट आता है जब रानी का जीवनदायिनी हार, …
सारांश: यह कहानी एक स्वप्नलोक की रानी, शांतिला, और उसके नीलवर्णी काँचमहल की है, जो नींद की झील पर तैरता था। शांतिला की नींद खास थी क्योंकि उसके सपने पूरे महल को जीवंत कर देते थे। एक रात, शांतिला ने देखा कि नींद की झील सूख रही है और महल काँप रहा है। उसकी तकिया से निकली तितली ने बताया …
सारांश: नवरंगपुर कस्बे का दस वर्षीय जिज्ञासु लड़का आर्यन अपनी नानी से टूटे-फूटे पुल के बारे में सुनता था कि वह कभी नीले रंग में चमकता था और कभी-कभी रात में जागता था। एक रात, पुल सचमुच नीली रोशनी में नहा गया और आर्यन को नीललोक नामक एक जादुई दुनिया में ले गया। वहाँ वह नीलू नाम के बात करने …
सारांश: जंगल ‘हरितवन’ पर एक रहस्यमय ‘नीली छाया’ का श्राप फैल जाता है, जिससे जानवर बीमार पड़ने लगते हैं। राजा हाथी भीमेश अपनी पुरानी जादुई किताब से समाधान खोजते हैं—जंगल को बचाने के लिए उन्हें ‘सात जादुई पत्तियाँ’ लानी होंगी, जो सात गुणों (साहस, करुणा, सच्चाई, एकता, समर्पण, बुद्धिमत्ता, विश्वास) का प्रतिनिधित्व करती हैं। राजा, छह बहादुर जानवरों—रूमी लोमड़ी, कपिकुशल …
सारांश: घने जंगल में, बरगद के पेड़ पर रहने वाली एक जादुई उल्लू रानी, राजुली की कहानी। उसकी पुकार और पंखों से टपकने वाली नीली चाँदनी में ऐसी शक्ति थी कि वह जानवरों की नींद उड़ा देती थी। लेकिन यह जागृति कोई सज़ा नहीं, बल्कि एक वरदान थी—यह चाँदनी हर जानवर के मन में दबे पुराने सपने, यादें या डर …
सारांश: बहुत, बहुत दूर, घने और शांत वन की हरियाली के बीचोंबीच, प्रकृति की गोद में एक अद्भुत जलराशि शोभायमान थी। यह थी ‘नीलसर’ नाम की एक छोटी, परंतु अत्यंत दिव्य झील। उसका जल इतना निर्मल, इतना पारदर्शी और इतना शांत था कि मानो वह किसी बहुमूल्य नीलमणि की तरह चमक रहा हो। उस झील की सतह पर आकाश के …
सारांश: यह कहानी “रंगवन” नामक एक जादुई जंगल की है, जहाँ की जान ‘सात रंगों की नदी’ थी। एक दिन, जंगल की बहादुर रानी शेरनी टीरा देखती है कि नदी का रंग गायब हो गया है, जिससे पूरा रंगवन मुरझाने लगता है। टीरा, अपने चतुर मित्रों — तोता किरकिरा, कछुआ तारक और ज़ेब्रा झपझपी — के साथ नदी के उद्गम …
औषधिग्राम का हरा सोना यह कहानी ‘औषधिग्राम’ की ‘वनिता’ की है, जिसने अपने गाँव में लुप्त होती पारंपरिक वनौषधि ज्ञान और घटते औषधीय पौधों को देखा। अपनी दादी से सीखे ज्ञान को आधुनिक वनस्पति विज्ञान और टिकाऊ खेती से जोड़कर, वह न केवल लुप्तप्राय पौधों का संरक्षण करती है, बल्कि अपने समुदाय की महिलाओं को आत्मनिर्भरता और एक स्वस्थ, समृद्ध …
सारांश: यह कहानी इन्द्रलोक-छाया की नन्ही परी नीलपंखी की है, जिसके पंख आधे चमकते थे और वो ठीक से उड़ नहीं पाती थी। एक दिन, समय के रक्षक, बूढ़े कछुए घंटूराम जी ने उसे बताया कि “समय के पेड़” से “खुशियों का समय” वाली डोरी टूटकर धरती पर गिर गई है, जिसके बिना धरती से हँसी खत्म हो जाएगी। उड़ने …
सारांश: यह कहानी राजुली नामक एक मूक (बोल न पाने वाली) लड़की की है, जो लोगों के दुःख को छूकर महसूस कर सकती थी। अपनी माँ की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए वह रहस्यमय गूँगा वन के केंद्र में स्थित अमरवृक्ष (वेदवृक्ष) की खोज में निकल पड़ती है। अपनी मौन यात्रा में राजुली को कई चुनौतियों का सामना …
धान्य संरक्षण की नई गाथा यह कहानी है ‘अन्नरक्षकग्राम’ की ‘अन्नपूर्णा’ की, जिसने अपने गाँव को अत्यधिक खाद्य बर्बादी और बाज़ारों तक पहुँच की कमी से जूझते देखा। उसने अपनी दादी से सीखे प्राचीन खाद्य संरक्षण के ज्ञान को आधुनिक खाद्य विज्ञान और टिकाऊ व्यावसायिक रणनीतियों से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और व्यावसायिक चुनौतियों को पार करते हुए, उसने न केवल …
सारांश: नीरा, एक पहाड़ी लड़की, नदियों के फुसफुसाहट में एक रहस्यमय पुकार सुनती है: “तू जल की बेटी है।” उसकी यात्रा तब शुरू होती है जब उसे एक चमकता हुआ पत्थर, जलमाया का द्वार खोलने की चाबी, मिलती है। नीरा, सुधालता नाम की एक रहस्यमय स्त्री से मिलती है, जो उसे बताती है कि द्वार खोलने से पहले उसे तीन …
🐘 राजा हाथी और भूली हुई बारिश 🎀 यह कहानी 8 से 14 वर्ष तक के बच्चों के लिए रची गई है — एक लम्बी, अद्भुत, और पूरी तरह मौलिक परी-कथा जिसमें पशु-पात्रों का संसार, जादू, साहस और प्राकृतिक संतुलन की अद्वितीय यात्रा समाहित है। पात्र परिचय राजा हाथी वीरू – गंगावन का दयालु, न्यायप्रिय और दूरदर्शी राजा। टिल्लू खरगोश …
🐢 कछुआ बोंबू और समय की खोल 🎀 यह कहानी 8 से 14 वर्ष तक के बच्चों के लिए लिखी गई है। इसमें कल्पना, आत्मबल, और एक अद्वितीय साहसिक यात्रा समाहित है, जहाँ पशु-पात्र समय के रहस्यों से टकराते हैं और अपने भीतर की शक्ति को पहचानते हैं। 🕯️ भाग १ – अंधेरी रात और चमकती खोल बहुत दूर एक …
रंगों की मुहर: एक पुनरुत्थान की गाथा यह कहानी ‘मुहरग्राम’ की ‘मुद्रा’ की है, जिसने अपने गाँव की सदियों पुरानी ‘पारंपरिक ब्लॉक प्रिंटिंग’ कला को पुनर्जीवित किया। उसने इस कला को केवल कपड़ों तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे आधुनिक टिकाऊ डिज़ाइन और नैतिक व्यापार से जोड़कर, न केवल गाँव के वस्त्रों में जीवंत रंग लौटाए, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भरता …
🐸 मेंढक चंपू और सपनों का कमल 🎀 यह कहानी 8 से 14 वर्ष के बच्चों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई है। यह एक लम्बी, कल्पनाशील और पूरी तरह मौलिक हिंदी परी-कथा है जिसमें साहस, आत्म-विश्वास, मित्रता और जादुई रहस्य का रोमांचक संगम है। बहुत पहले की बात है, हरे-भरे झीलवन में सभी जानवर सुख-शांति से रहते …
🐿️ गिल्लू गिलहरी और रंग-बिरंगी बारिश 🎀 यह कहानी 2 से 7 वर्ष तक के बच्चों के लिए विशेष रूप से रची गई है। यह एक लंबी, सरल, कल्पनाशील और पूरी तरह मौलिक हिंदी पशु-पात्रों पर आधारित परी-कथा है जिसमें रंग, भावनाएँ, मौन जादू और मित्रता की मिठास का सुंदर संगम है। बहुत दूर, हरे-भरे फूलों से भरे एक छोटे …
वनग्राम का हरित पुनरुत्थान यह कहानी ‘वनग्राम’ की ‘वन्या’ की है, जिसने अपने गाँव को अनियंत्रित वन कटाई और पारंपरिक वन ज्ञान के लुप्त होने से जूझते देखा। उसने अपनी दादी से सीखे वनस्पति ज्ञान और टिकाऊ वन प्रबंधन को आधुनिक पारिस्थितिकी और सामुदायिक पर्यटन से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और व्यावसायिक चुनौतियों को पार करते हुए, उसने न केवल वन …
🐢 कछुआ टोपीराम और जादुई नींद की घड़ी 🎀 यह कहानी 2 से 7 वर्ष तक के बच्चों के लिए विशेष रूप से रची गई है। इसमें सरल शब्दों में बुनी गई एक लंबी, कल्पनाशील और पूरी तरह मौलिक परी-कथा है, जिसमें एक प्यारे जानवर की धीमी लेकिन दिल छू लेने वाली यात्रा है, जो बच्चों को नींद, धैर्य और …
🏰 राजकुमारी लावण्या और बोलती सीढ़ियाँ 🎀 यह कहानी 2 से 7 वर्ष तक के बच्चों के लिए विशेष रूप से रची गई है। इसमें कल्पनालोक, रहस्य, मासूमियत और जादू का सुंदर संगम है। यह कहानी छोटे बच्चों को उस दुनिया में ले जाती है जहाँ सीढ़ियाँ बोलती हैं, दीवारें मुस्कराती हैं और हर दरवाज़ा एक नया सपना खोलता है। …
🌙 चुपचाप रात और नींद की सीढ़ियाँ 🎀 यह कहानी 2 से 5 वर्ष तक के बच्चों के लिए विशेष रूप से रची गई है। यह एक कोमल परी-कथा है जो बच्चों की कल्पना, नींद, संगीत और शांत भावनाओं को छूती है। कहानी उन्हें धीरे-धीरे सपनों की दुनिया में ले जाती है, जहाँ हर सीढ़ी एक लोरी है और हर …
मृत्तिकाग्राम का कुंभ-पुनरुत्थान यह कहानी है ‘मृत्तिकाग्राम’ की ‘कुंभिनी’ की, जिसने अपने गाँव की सदियों पुरानी ‘मिट्टी के बर्तन’ बनाने की कला को पुनर्जीवित किया। उसने पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक डिज़ाइन और नैतिक व्यापार से जोड़कर, न केवल लुप्तप्राय कला को बचाया, बल्कि समुदाय की महिलाओं को आत्मनिर्भरता और एक समृद्ध, कलात्मक भविष्य की राह दिखाई। बचपन की मिट्टी भारत …
लघु-मूर्तियाँ, विशाल सपने यह कहानी है ‘मूर्तिग्राम’ की ‘शिल्पी’ की, जिसने अपने गाँव की सदियों पुरानी, लुप्त होती ‘लघु-मूर्ति कला’ को पुनर्जीवित किया। उसने पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक कला तकनीकों और सामुदायिक विकास से जोड़कर, न केवल गाँव के इतिहास और पहचान को संरक्षित किया, बल्कि उसके लोगों को एकजुट किया और समृद्धि लाई। मूर्तिग्राम की खामोशी भारत के एक …
कागज़ग्राम का हरित पुनर्जागरण यह कहानी ‘कागज़ग्राम’ की ‘लेखनी’ की है, जिसने अपने गाँव की सदियों पुरानी, लुप्त होती ‘पारंपरिक हस्तनिर्मित कागज़’ बनाने की कला को पुनर्जीवित किया। उसने वनों की कटाई और आधुनिक कागज़ के बढ़ते चलन से जूझते हुए, पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक पुनर्चक्रण तकनीकों और पर्यावरण-अनुकूल डिज़ाइन से जोड़ा, जिससे न केवल गाँव को स्वच्छ और समृद्ध …
नौकाग्राम का जल-पुनरुत्थान यह कहानी है ‘नौकाग्राम’ की ‘नौका’ की, जिसने अपने गाँव को प्रदूषित नदियों और लुप्त होती ‘पारंपरिक नाव-निर्माण’ कला से जूझते देखा। उसने अपनी दादी से सीखे ज्ञान को आधुनिक समुद्री विज्ञान और टिकाऊ डिज़ाइन से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और व्यावसायिक चुनौतियों को पार करते हुए, उसने न केवल नदी को स्वच्छ किया, बल्कि समुदाय की महिलाओं …
ज्ञान की परछाईं यह कहानी ‘ज्ञानग्राम’ की ‘ज्ञानिका’ की है, जिसने अपने गाँव में व्याप्त निरक्षरता और आधुनिक शिक्षा के प्रति उदासीनता को देखा। उसने अपनी दादी से सीखी ‘छाया-नाट्य’ (शैडो प्ले) कला को आधुनिक शैक्षिक तकनीकों से जोड़ा, जिससे न केवल बच्चों को अपनी संस्कृति से जुड़ने और खेल-खेल में सीखने का अवसर मिला, बल्कि गाँव की महिलाओं को …
मरुभूमि का जल-कुंभ यह कहानी है ‘मरुग्राम’ की ‘शीतल’ की, जिसने अपने सूखे और प्यासे गाँव को जल संकट और पारंपरिक जल भंडारण कला के लुप्त होने से जूझते देखा। उसने अपनी दादी से सीखी मिट्टी के बड़े जल-कुंभ बनाने की पारंपरिक कला को आधुनिक जल संचयन तकनीकों और सामुदायिक प्रबंधन से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और व्यावसायिक चुनौतियों को पार …
स्वाद का पुनरुत्थान यह कहानी है ‘स्वादग्राम’ की ‘रसवती’ की, जिसने अपने गाँव को पारंपरिक व्यंजनों के लुप्त होने और आधुनिक, अस्वास्थ्यकर भोजन के बढ़ते चलन से जूझते देखा। उसने अपनी दादी से सीखे प्राचीन पाक कला के ज्ञान को आधुनिक पोषण विज्ञान और नैतिक खाद्य व्यवसाय से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और व्यावसायिक चुनौतियों को पार करते हुए, उसने न …
रंगों की प्राचीन गाथा यह कहानी ‘रंगग्राम’ की ‘रंगोली’ की है, जिसने अपने गाँव की सदियों पुरानी ‘प्राकृतिक रंगाई’ कला को पुनर्जीवित किया। उसने पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक टिकाऊ फैशन और नैतिक विपणन से जोड़ा, सामाजिक रूढ़ियों और व्यावसायिक चुनौतियों को पार करते हुए। उसने न केवल गाँव के वस्त्रों में जीवंत रंग लौटाए, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भरता और एक …
जालों का संरक्षण यह कहानी है ‘मत्स्यग्राम’ की ‘जलजा’ की, जिसने अपने गाँव को अत्यधिक मछली पकड़ने और तटीय कटाव से जूझते देखा। उसने अपनी दादी से सीखी पारंपरिक ‘मछली पकड़ने के जाल बुनने’ की कला को आधुनिक समुद्री विज्ञान और टिकाऊ इंजीनियरिंग से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और व्यावसायिक चुनौतियों को पार करते हुए, उसने न केवल समुद्री पारिस्थितिकी को …
लोक नाट्य की गूँज यह कहानी है ‘नाट्यग्राम’ की ‘अभिनया’ की, जिसने अपने गाँव की सदियों पुरानी ‘लोक नाट्य’ कला को पुनर्जीवित किया। उसने इस पारंपरिक कला को आधुनिक मंच तकनीकों और सामाजिक संदेशों से जोड़कर, न केवल गाँव की समस्याओं का समाधान किया, बल्कि समुदाय की महिलाओं को आत्मनिर्भरता और एक नई पहचान भी मिली, जिससे पूरे गाँव में …
स्मृतिग्राम की डिजिटल विरासत यह कहानी है ‘स्मृतिग्राम’ की ‘अनादिता’ की, जिसने अपने गाँव की सदियों पुरानी, लुप्त होती मौखिक इतिहास और लोक कथाओं को देखा। उसने अपनी दादी से सीखे ज्ञान को आधुनिक डिजिटल संरक्षण तकनीकों से जोड़ा, जिससे न केवल कहानियों को बचाया गया, बल्कि सामाजिक रूढ़ियों और तकनीकी चुनौतियों को पार करते हुए समुदाय को अपनी जड़ों …
मार्गग्राम की पगडंडी यह कहानी ‘मार्गग्राम’ की ‘पथिनी’ की है, जिसने अपने गाँव को खराब सड़कों और अलगाव से जूझते देखा। उसने अपनी दादी से सीखी पारंपरिक पत्थर बिछाने की कला को आधुनिक इंजीनियरिंग सिद्धांतों से जोड़ा, और एक टिकाऊ सड़क का निर्माण किया। सामाजिक रूढ़ियों और व्यावसायिक चुनौतियों को पार करते हुए, उसने न केवल गाँव को मुख्यधारा से …
अक्षर-कथा का आलोक यह कहानी ‘ज्ञानदीपग्राम’ की ‘प्रज्ञा’ की है, जिसने अपने गाँव में व्याप्त निरक्षरता और आधुनिक शिक्षा के प्रति उदासीनता को देखा। उसने अपनी दादी से सीखी ‘छाया-कथा’ (शैडो स्टोरीटेलिंग) कला को आधुनिक शैक्षिक तकनीकों से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और तकनीकी चुनौतियों को पार करते हुए, उसने न केवल गाँव को शिक्षित किया, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भरता और …
बाँस का हरित स्वप्न यह कहानी है ‘बाँसग्राम’ की ‘वंशी’ की, जिसने अपने गाँव को घटते बाँस के वनों और लुप्त होती ‘पारंपरिक बाँस शिल्प’ कला से जूझते देखा। उसने अपनी दादी से सीखे ज्ञान को आधुनिक टिकाऊ वानिकी और उत्पाद विविधीकरण से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और व्यावसायिक चुनौतियों को पार करते हुए, उसने न केवल वन का संरक्षण किया, …
मिट्टी के सपनों का महल यह कहानी है ‘निर्माणग्राम’ की ‘सृष्टिजा’ की, जिसने अपने गाँव को बढ़ती आबादी और आधुनिक, महँगे घरों की समस्या से जूझते देखा। उसने अपनी दादी से सीखी मिट्टी के घर बनाने की पारंपरिक कला को आधुनिक टिकाऊ वास्तुकला और भूकंप-रोधी सिद्धांतों से जोड़ा। सामाजिक रूढ़ियों और व्यावसायिक चुनौतियों को पार करते हुए, उसने न केवल …
कहानियों का डिजिटल पुनर्जन्म यह कहानी ‘कथाग्राम’ की ‘आख्या’ की है, जिसने अपने गाँव की सदियों पुरानी ‘मौखिक कथा-वाचन’ कला को आधुनिक डिजिटल तकनीकों से जोड़ा। उसने न केवल लुप्त होती कहानियों को संरक्षित किया, बल्कि सामाजिक रूढ़ियों और तकनीकी चुनौतियों को पार करते हुए अपने समुदाय को सांस्कृतिक गौरव और आत्मनिर्भरता की राह दिखाई। कथाग्राम की खामोशी भारत के …