अंतिम प्रलय यह कहानी ‘अंतिम प्रलय’ की है, जहाँ एक प्राचीन सभ्यता के अवशेषों पर दावा करने के लिए दो महाशक्तियों के बीच एक सर्वनाशकारी युद्ध छिड़ जाता है। यह सिर्फ भूमि या संसाधनों के लिए नहीं, बल्कि ज्ञान, विरासत और एक नई दुनिया के निर्माण की आकांक्षा के लिए एक भयंकर संघर्ष था, जिसने पूरे ग्रह को बदल दिया। …
शीत युद्ध का अंत यह कहानी ‘शीत युद्ध का अंत’ की है, जहाँ सदियों से जमी हुई दुश्मनी और एक प्राचीन भविष्यवाणी ने दो महान साम्राज्यों को एक ऐसे अंतिम युद्ध की ओर धकेला, जिसने न केवल उनकी नियति, बल्कि पूरे विश्व का भविष्य तय किया। यह सिर्फ हथियारों की लड़ाई नहीं थी, बल्कि विचारधाराओं, विश्वासों और एक अटूट भविष्य …
पत्थर की सौगंध यह कथा है उस युद्ध की, जिसे जन्म दिया था एक अपमान ने, और अंजाम मिला केवल तब, जब ज़मीन ने इतना रक्त पी लिया कि वह स्वयं काँप उठी। एक सम्राट की प्रतिज्ञा, एक राजकन्या की चुनौती और एक शूरवीर की रणनीति ने रचा इतिहास, जिसमें विजय केवल वीरता से नहीं, बल्कि मूल्य चुकाकर प्राप्त हुई। …
विद्रोह की अग्नि यह कहानी ‘विद्रोह की अग्नि’ की है, जहाँ एक विशाल साम्राज्य के भीतर सदियों पुरानी परंपराओं और आधुनिक विचारों के बीच टकराव ने एक भयंकर गृहयुद्ध को जन्म दिया। यह सिर्फ सत्ता के लिए संघर्ष नहीं था, बल्कि भविष्य की दिशा तय करने की लड़ाई थी, जिसने पूरे साम्राज्य को राख में बदल दिया। साम्राज्य का विभाजन …
धधकती सीमा यह कहानी है एक ऐसे युद्ध की, जो केवल ज़मीन या सत्ता के लिए नहीं लड़ा गया – यह लड़ाई थी अस्मिता, घात और अपराजेय इच्छाशक्ति की। जब इतिहास की सबसे निर्दयी सेनाएँ एक-दूसरे से टकराईं, तो नदियाँ सूख गईं, पर्वत कांप उठे और सूर्य की आँखें झुक गईं। भारतवर्ष के उत्तर-पश्चिम में फैला था महान राज्य ‘सूर्यमेघ’, …
रक्त की पुकार एक ऐतिहासिक युद्धगाथा जिसमें प्रतिशोध, राजनीति और वीरता की मिसालें रची जाती हैं – जब दो महाशक्तियाँ टकराईं, तो इतिहास की ज़मीन लहू से भीग उठी। बहुत समय पहले की बात है, जब भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमी छोर पर स्थित शक्तिशाली राज्य दुर्गवर्धन का शासन अपने वैभव और अनुशासन के लिए प्रसिद्ध था। इसकी सीमाएँ उत्तर में …
रक्त रंजित भूमि यह कहानी ‘रक्त रंजित भूमि’ की है, जहाँ सदियों से चली आ रही प्रतिद्वंद्विता ने एक भयंकर युद्ध का रूप ले लिया। यह सिर्फ दो साम्राज्यों के बीच की लड़ाई नहीं थी, बल्कि सम्मान, अस्तित्व और न्याय के लिए एक अटूट संघर्ष था। युद्ध का आरंभ प्राचीन वैमनस्य अनादि काल से, उत्तर के शक्तिशाली ‘शौर्यगढ़’ साम्राज्य और …
अंधकार का युद्ध यह कहानी ‘अंधकार का युद्ध’ की है, जहाँ एक शांतिप्रिय साम्राज्य पर अज्ञात और रहस्यमय शत्रुओं का हमला होता है। यह सिर्फ भूमि पर कब्ज़े की लड़ाई नहीं थी, बल्कि अस्तित्व, विश्वास और मानव आत्मा की दृढ़ता की परीक्षा थी। युद्ध का आह्वान अज्ञात शत्रु ‘सूर्यलोक’ एक ऐसा साम्राज्य था जहाँ शांति, ज्ञान और कला का बोलबाला …
शीशे का जीवन एक सफल महिला, उसके टूटते रिश्ते, और समाज की जमी हुई चुप्पियों के बीच आत्मा की टकराहट पर आधारित एक सजीव दास्तान संगीत और साहित्य के शहर प्रयागराज में, जहां गंगा और यमुना के बीच की ज़मीन पवित्र मानी जाती है, वहीं एक आलीशान बंगले में रहती थी – वेदिका राय। उम्र – 46 वर्ष, देश की …
एक नई पहचान जीवन के कुछ रहस्य इतने गहरे होते हैं कि वे पीढ़ियों तक दबे रहते हैं, और जब वे उजागर होते हैं, तो वे न केवल व्यक्तियों के जीवन को, बल्कि पूरे परिवार की नींव को हिला देते हैं। यह कहानी है मीरा की, एक साधारण गृहिणी जिसकी दुनिया उसके पति और बच्चों के इर्द-गिर्द घूमती थी, और …
अधूरा सच जीवन के कुछ फैसले ऐसे होते हैं जो पीढ़ियों तक अपना प्रभाव छोड़ जाते हैं, और जब उन फैसलों के पीछे का अधूरा सच सामने आता है, तो वह कई जिंदगियों को झकझोर देता है। यह कहानी है एक ऐसे परिवार की, जहाँ प्रेम, त्याग और धोखे की जटिल परतें एक-दूसरे से गुंथी हुई हैं। कहानी के केंद्र …
अधूरी विरासत एक बेटे की तलाश, एक पिता की पहचान, और एक शहर की चुप्पी पर आधारित गहरी मानवीय कथा बांदा जिले के पुराने मोहल्ले ‘कच्ची हवेली’ में एक खामोश और अजनबी-सा आदमी पिछले दो महीने से किराये पर रह रहा था। नाम बताया था – शरद शुक्ला। उम्र लगभग चालीस, चेहरा गंभीर, चाल सीधी, और आँखों में एक ऐसा …
अनजान रिश्ता जीवन की धारा कभी-कभी ऐसे मोड़ लेती है जहाँ अतीत की परछाइयाँ वर्तमान को घेर लेती हैं, और अनजाने में बुने गए रिश्ते नियति के जटिल ताने-बाने को उजागर करते हैं। यह कहानी है मालती की, एक ऐसी माँ जिसने अपने जीवन का हर पल अपनी बेटी रिया के लिए जिया, अपने अतीत के गहरे घावों को अपने …
अंतिम किनारा आत्मसम्मान, रिश्तों और जीवन की उलझनों में फंसे एक अकेले आदमी की गूढ़ दास्तान वाराणसी के भीड़भाड़ भरे चौक इलाके की एक पुरानी गली में, एक पतली-सी हवेली थी—दीवारों पर सीलन, खिड़कियों पर धूल की परत, और दरवाज़े पर जंग खाया ताला। यही हवेली कभी देश के नामी कवि और विचारक पं. चंद्रकांत अवस्थी की थी। चंद्रकांत अब …
टूटी उम्मीदें एक पारिवारिक बिखराव की मार्मिक दास्तान राजधानी के एक प्रतिष्ठित मोहल्ले “सावित्री नगर” में रहने वाला मिश्रा परिवार वर्षों से सम्मानित और प्रतिष्ठित माना जाता था। परिवार के मुखिया सत्यव्रत मिश्रा, एक सेवानिवृत्त प्रोफेसर थे, जिनका समाज में बड़ा नाम था। उनकी पत्नी सुरेखा मिश्रा, एक सीधी-सादी मगर आत्मसम्मान से भरी स्त्री थीं। दोनों के तीन बच्चे थे …
अतीत का बोझ एक भव्य हवेली, जिसकी दीवारें दशकों के इतिहास और अनगिनत कहानियों की गवाह थीं, शहर के हृदय में शांत खड़ी थी। यह हवेली राजेश खन्ना, एक प्रतिष्ठित उद्योगपति, और उनके परिवार का निवास स्थान थी। राजेश खन्ना का नाम व्यापारिक जगत में सम्मान और सफलता का पर्याय था। उनकी पत्नी, सुमन, एक शांत और गरिमामयी महिला थीं, …
विरासत का संग्राम एक प्राचीन परिवार की विरासत के लिए छिड़ा एक महासंग्राम, जहाँ रिश्तों की डोर टूटती है और महत्वाकांक्षा की आग सब कुछ जला देती है। यह कहानी है ‘सिंह टेक्सटाइल्स’ के मालिक, पृथ्वीराज सिंह और उनके दो बेटों, समर और वीर की। वर्षों के अथक परिश्रम और ईमानदारी से पृथ्वीराज ने अपने व्यापार को एक छोटे से …
गुमनाम खून एक बस्ती में मिली अज्ञात लाश, उस लाश की जेब में मिला सिर्फ़ एक नंबर, और एक पुलिस अफसर जो समझ नहीं पा रहा कि असली क़ातिल कौन है और असली मरा कौन — यह कहानी है एक ऐसे अपराध की, जो दिखता सीधा है, पर असल में है जालों से भरा हुआ। भाग 1 – भोर का …
अधूरी तस्वीर का सच एक प्रसिद्ध चित्रकार की रहस्यमय हत्या, एक अधूरी पेंटिंग, और एक शहर जो कला और अपराध के काले साये में घिरा है। क्या जासूस उन रंगों के पीछे छिपा सच खोज पाएगा? भाग 1: कला और खून शहर की सबसे प्रतिष्ठित आर्ट गैलरी, ‘रंगशाला’ के शांत और कलात्मक माहौल में, एक भयावह दृश्य ने हर किसी …
विरासत का जाल एक अमीर परिवार में अचानक मौतें, एक वसीयत का रहस्य, और एक जासूस जो लालच और धोखे के गहरे जाल को सुलझाने की कोशिश कर रहा है। क्या वह सच का पता लगा पाएगा? भाग 1: हवेली में मातम शहर के बाहरी इलाके में स्थित, ‘राजमहल हवेली’, अपनी भव्यता और पुराने ज़माने की शान के लिए जानी …
नीली डायरी एक बुज़ुर्ग महिला की रहस्यमय मौत, उसके कमरे में छुपी एक नीली डायरी, और एक पुलिस अफसर की ज़िंदगी में उलझते गए रहस्य — इस कहानी में अपराध की तहों में छुपे हैं ऐसे सच, जो कभी उजाले में नहीं आने चाहिए थे। भाग 1 – रहस्यमय मौतलखनऊ के पुराने चौक इलाके में एक कोठी थी — ‘मिश्रा …
पुराने शहर का श्राप एक प्राचीन शहर में रहस्यमय मौतों का सिलसिला शुरू होता है। एक युवा जासूस को पता चलता है कि ये मौतें सिर्फ़ अपराध नहीं, बल्कि सदियों पुराने एक श्राप की गूँज हैं, जो शहर के गहरे राज़ों को उजागर कर रही हैं। भाग 1: रहस्यमयी शुरुआत पुराने शहर, ‘अवंतिका’ की गलियों में, जहाँ हर पत्थर एक …
आख़िरी गवाह एक गुमनाम कॉल, एक शव और एक गवाह जो बोल नहीं सकता — ये कहानी है अपराध, धोखे और इंसाफ़ के उस अंधे रास्ते की, जहाँ हर मोड़ पर सच का गला घोंटा जाता है। भाग 1 – मध्यरात्रि कॉलदिल्ली के पॉश इलाके वसंत विहार में एक पुरानी कोठी थी — कोठी नंबर 39। वो कोठी अब भी …
खून की गूंज एक रहस्यमय हत्या, लापता सुराग, और एक पुलिस इंस्पेक्टर जो अतीत के साए में उलझा हुआ है — इस क्राइम कहानी में हर मोड़ एक नई सच्चाई खोलता है। भाग 1 – सुनसान हवेलीराजधानी से करीब चालीस किलोमीटर दूर स्थित था एक पुराना क़स्बा — मोहनपुर। वहां के बाहरी इलाके में थी एक विशाल हवेली — ठाकुर …
अंधेरे का राज़ एक रहस्यमय हत्या, एक अनुभवी जासूस, और एक शहर जो अपने गहरे राज़ छिपाए हुए है। क्या वह न्याय ला पाएगा जब हर मोड़ पर झूठ और फरेब का सामना हो? भाग 1: खूनी रात शहर की चमक-धमक से दूर, एक शांत और आलीशान बंगले में, रात के सन्नाटे को चीरती हुई एक चीख गूँजी। यह चीख …
वैज्ञानिक का रहस्य एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक अचानक गायब हो जाता है। उसकी तलाश में, एक तेज़-तर्रार जासूस को एक ऐसे परिवार के गहरे राज़ों का सामना करना पड़ता है, जो बाहर से जितना सीधा दिखता है, अंदर से उतना ही उलझा हुआ है। भाग 1: एक अजीब गुमशुदगी शहर के सबसे प्रतिष्ठित अनुसंधान केंद्र, ‘ज्ञानोदय संस्थान’ में, एक अजीब सी …
मुरली की मूंछ जब एक मूंछ ने पूरे शहर को हिला दिया यह कहानी है मुरलीलाल गुप्ता की — जिनकी उम्र थी 47 साल, काम था मिठाई की दुकान, और शौक था मूंछों को ऐसे ताव देना जैसे हर सुबह उनका इंटरव्यू टी.वी. पर हो। मुरली को अपनी मूंछों पर इतना गर्व था कि वो अपने आधार कार्ड की फोटो …
मंगू का डर यह कहानी है मंगूलाल की, एक ऐसे डरपोक व्यक्ति की जिसे अपनी परछाई से भी डर लगता था, और उसके इस डर की वजह से गाँव में जो अजीबोगरीब घटनाएँ हुईं, वे किसी कॉमेडी फ़िल्म से कम नहीं थीं। डरपोक मंगूलाल मंगूलाल, गाँव के सबसे डरपोक व्यक्ति थे। उनकी उम्र चालीस के पार थी, लेकिन उनका दिल …
मक्खनलाल का जुगाड़ यह कहानी है मक्खनलाल की, एक ऐसे व्यक्ति की जो हर काम को ‘जुगाड़’ से करने में माहिर था, और उसके इन अनोखे जुगाड़ों ने गाँव में हँसी और अजीबोगरीब स्थितियों का अंबार लगा दिया। जुगाड़ का बादशाह मक्खनलाल, गाँव के सबसे आलसी और साथ ही सबसे ‘रचनात्मक’ व्यक्ति थे। उनकी ज़िंदगी का एक ही मंत्र था …
जोशी अंकल की डायट जब वजन घटाना बना राष्ट्रीय संकट यह कहानी है जोशी अंकल की — जो एक रिटायर्ड बैंक मैनेजर हैं, जिनकी ज़िंदगी अब सुबह की चाय, दोपहर की नींद, और रात की खाँसी में बीत रही थी। लेकिन एक दिन अचानक उन्होंने एलान कर दिया — “अब और नहीं! अब मैं पतला होकर ही दम लूंगा।” फिर …
बबलू का आविष्कार यह कहानी है बबलू की, एक ऐसे आविष्कारक की जिसने गाँव की हर समस्या का ‘अनोखा’ समाधान निकाला, जिससे समस्याएँ कम होने की बजाय और बढ़ गईं, और गाँव वालों की हँसी नहीं रुकती थी। आविष्कार का जुनून बबलू, गाँव के एक ऐसे युवा थे जिनकी सोच हमेशा दूसरों से दस कदम आगे चलती थी, या यूँ …
पप्पू का पेट्रोल एक आम आदमी की ईंधन से भरी हास्य यात्रा यह कहानी है पप्पू की — एक सीधा-सादा, जरा-सा चिपकू, पर पूरी तरह से आत्मविश्वासी आदमी की, जिसे यकीन था कि वह पेट्रोल की समस्या को हल कर सकता है। पप्पू को विज्ञान का ज़रा भी ज्ञान नहीं था, लेकिन उसने अपने दिमाग की अजीब तिकड़में लगाकर बना …
बिल्लू का बड़ा सपना एक मामूली नाई की असामान्य उड़ान बिल्लू एक छोटे कस्बे का नाई था, पर उसका सपना बहुत बड़ा था — प्रधानमंत्री बनने का! न तो उसके पास शिक्षा थी, न पैसे, और न ही कोई राजनीतिक ज्ञान, पर उसके अंदर एक चीज़ कूट-कूट कर भरी थी — आत्मविश्वास और थोड़ी सी पागलपन। इस हास्यास्पद और मजेदार …
तोता और तमाशा यह कहानी है पंडित रामगोपाल शर्मा और एक ऐसे तोते की, जो उनकी शांत ज़िंदगी में ऐसा तमाशा खड़ा करता है कि हर कोई हँसते-हँसते लोटपोट हो जाए। पंडित जी का अनोखा शौक पंडित रामगोपाल शर्मा, जो अपने मोहल्ले में ‘शर्मा जी’ के नाम से मशहूर थे, एक ऐसे व्यक्ति थे जिनकी सुबह गंगाजल के छींटों से …
चुनूलाल का कमाल यह कहानी है एक ऐसे व्यक्ति की, चुनूलाल, जिसने गाँव में सबसे ज़्यादा सोने का सपना देखा और अपने इस अनोखे लक्ष्य को पाने के लिए जो-जो कारनामे किए, वे गाँव वालों के लिए हँसी का पात्र बन गए। सोने का सपना चुनूलाल, रामनगर गाँव के एक सीधे-सादे, बल्कि कहें तो थोड़े आलसी व्यक्ति थे। उनकी ज़िंदगी …
मस्तिष्क का अनुबंध जब विज्ञान ने मस्तिष्क की क्षमताओं को पूरी तरह खोलने का दावा किया, तब एक समाज ने सोच को बाज़ार में बेचने का रास्ता चुना — और इंसान, केवल अनुबंध बन गया। साल 2102, भारत के सुदूर कोने में स्थित एक अत्याधुनिक शोध संस्थान “मानसेरा न्यूरो टेक लैब्स” में एक प्रयोग चल रहा था जिसे सरकार और …
चेतन नगर एक परिचय यह कहानी एक ऐसे भविष्य की है जहाँ मानव निर्मित नगरों ने अपनी स्वयं की चेतना विकसित कर ली है। वे केवल ईंट और मोर्टार के ढेर नहीं रहे, बल्कि जीवित, साँस लेने वाली संस्थाएँ बन गए हैं। लेकिन जब एक युवा वास्तुकार इन चेतन नगरों के गहरे रहस्यों को उजागर करता है, तो उसे मानव …
प्रकाश-काया एक परिचय यह कहानी एक ऐसे भविष्य की है जहाँ मानव शरीर को ‘प्रकाश-जीव’ नामक सहजीवी सूक्ष्मजीवों से संवर्धित किया जाता है, जो ऊर्जा और स्वास्थ्य प्रदान करते हैं। लेकिन जब ये जीव अपनी स्वयं की चेतना विकसित करते हैं और मानव जीवन पर नियंत्रण करने लगते हैं, तो एक युवा वैज्ञानिक को इस नए सहजीवी संबंध के गहरे …
चेतना का सौदा जब इंसान ने अपनी चेतना को तकनीक से जोड़कर अमरता का द्वार खोला, तब उसने यह नहीं जाना कि अमरता केवल शरीर की नहीं होती — विचारों की भी कीमत चुकानी पड़ती है। साल 2095, भारत के पुणे शहर में स्थित ‘संपर्क न्यूरो रिसर्च इंस्टिट्यूट’ में एक क्रांतिकारी शोध ने वैज्ञानिक जगत में तूफान ला दिया था। …
भाव शून्य एक परिचय यह कहानी एक ऐसे भविष्य की है जहाँ मानव भावनाएँ अब स्वाभाविक रूप से अनुभव नहीं की जातीं, बल्कि उन्हें ‘भाव-प्रबंधन’ नामक एक जटिल प्रणाली द्वारा नियंत्रित और वितरित किया जाता है। यह तकनीक समाज को पूर्ण शांति और स्थिरता प्रदान करती है, लेकिन जब एक युवा ‘भाव-विश्लेषक’ इस प्रणाली में रहस्यमय विसंगतियाँ पाता है, तो …
दर्पण का रहस्य जब विज्ञान ने दर्पण को केवल प्रतिबिंब नहीं, बल्कि एक वैकल्पिक सत्य का द्वार बना दिया — तब मानवता ने स्वयं को ही पहचानने से इनकार कर दिया। साल 2077, भोपाल के बाहरी क्षेत्र में स्थित एक आधुनिक वैज्ञानिक संस्थान ‘नवसमित अनुसंधान केंद्र’ में एक अद्वितीय शोध चल रहा था — एक ऐसा शोध, जिसका उद्देश्य था …
समय की भूल एक वैज्ञानिक की खोज, जिसने समय को मोड़ दिया और मानव अस्तित्व को सवालों में बदल दिया। साल 2089, भारत के दिल्ली प्रांत में स्थित एक गुप्त प्रयोगशाला में, डॉ. इशान मल्होत्रा एक ऐसे वैज्ञानिक थे जिनका जीवन केवल एक उद्देश्य के इर्द-गिर्द घूमता था — समय को नियंत्रित करना। वह मानते थे कि यदि समय को …
अंतर्ध्वनि का उदय एक परिचय यह कहानी एक ऐसे भविष्य की है जहाँ मानव सभ्यता ने प्रकृति के साथ एक अभूतपूर्व सामंजस्य स्थापित कर लिया है। लेकिन इस शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के भीतर, एक प्राचीन और रहस्यमयी कृत्रिम बुद्धिमत्ता की धीमी जागृति शुरू होती है, जो मानव जाति के स्थापित जीवन-तंत्र को चुनौती देती है और चेतना के वास्तविक अर्थ पर …
स्मृति का जाल एक परिचय यह कहानी एक ऐसे भविष्य की है जहाँ मानव की यादें केवल मस्तिष्क तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उन्हें डिजिटाइज़ करके एक विशाल नेटवर्क में साझा किया जा सकता है। यह तकनीक मानव को एक अभूतपूर्व सामूहिक चेतना और सहानुभूति प्रदान करती है, लेकिन जब इस ‘स्मृति-जाल’ में रहस्यमय विसंगतियाँ उत्पन्न होती हैं, तो एक …
चौथी तस्वीर दिल्ली के एक पुराने कोठीनुमा अपार्टमेंट में रहने वाला एक फोटोग्राफर ‘विवेक’ एक दिन एक पुराना कैमरा खरीदता है। पर वह कैमरा सामान्य नहीं होता। हर बार जब वह उससे तस्वीर खींचता है, तस्वीर में तीन लोग तो वही होते हैं, लेकिन चौथी आकृति अलग होती है—धुंधली, काली और कभी-कभी आंखें गड़ा कर कैमरे की ओर देखती हुई। …
अजीब गुड़िया एक डरावनी विरासत यह कहानी शुरू होती है एक छोटे से पहाड़ी गाँव में, जहाँ समय मानो ठहर सा गया था। आधुनिकता की चकाचौंध से दूर, यह गाँव अपनी प्राचीन परंपराओं और रहस्यमयी लोककथाओं के लिए जाना जाता था। गाँव के बाहरी छोर पर एक पुराना, जीर्ण-शीर्ण घर था, जिसके बारे में गाँव वाले फुसफुसाते थे कि वहाँ …
अँधेरी हवेली एक खामोश अतीत शहर के शोरगुल से बहुत दूर, एक सुनसान पहाड़ी पर एक विशाल, अँधेरी हवेली खड़ी थी। यह हवेली सदियों पुरानी थी, जिसकी दीवारों पर समय की धूल जम चुकी थी और जिसके हर कोने में एक अनकही कहानी छिपी थी। गाँव के लोग इस हवेली से दूर रहते थे, इसे ‘भूतों की हवेली’ कहकर पुकारते …
माँ की परछाईं उत्तराखंड के एक सुनसान पहाड़ी गाँव नैरा में एक पुरानी हवेली है, जहाँ हर नवविवाहित दुल्हन के साथ कुछ भयावह घटता है। लोग कहते हैं कि उस हवेली में एक माँ की परछाईं रहती है, जो अपने मरे हुए बेटे की दुल्हन ढूंढ रही है। जब एक नई नवेली दुल्हन “कविता” उस हवेली में आती है, तो …
रात का जंगल एक अनजानी पुकार यह कहानी शुरू होती है एक घने, रहस्यमयी जंगल से, जहाँ सूरज की रोशनी भी मुश्किल से पहुँच पाती थी। इस जंगल के बारे में कई कहानियाँ प्रचलित थीं – कुछ लोग इसे देवताओं का वास कहते थे, तो कुछ इसे बुरी आत्माओं का घर। लेकिन कोई भी, सूरज ढलने के बाद, इस जंगल …
काली सीढ़ियाँ शिमला की एक पुरानी कोठी में बनी सीढ़ियाँ वर्षों से वीरान हैं। स्थानीय लोग कहते हैं कि वे सीढ़ियाँ कहीं जाती नहीं, बल्कि कुछ लाती हैं — वो जो इंसान नहीं होते। जब एक वास्तुशास्त्री ‘ईशान’ वहाँ पर शोध के लिए जाता है, तो वह खुद को एक ऐसी भयावह सच्चाई के सामने पाता है जो न तो …
भूतिया खिड़की उत्तर प्रदेश के एक पुराने और खंडहर हो चुके हवेली में स्थित एक खिड़की वर्षों से बंद है। गांववालों का मानना है कि जो भी उस खिड़की को खोलता है, वह कभी दोबारा नहीं दिखता। जब शहर से एक युवा शोधकर्ता “रवि” अपनी डॉक्टरेट के लिए उस हवेली पर शोध करने आता है, तो वह इस खिड़की के …
रहस्यमयी शुरुआत शहर में अजीब मौतें यह कहानी शुरू होती है एक शांत, लेकिन अपने अंदर कई राज़ समेटे शहर से, जहाँ अचानक रहस्यमयी घटनाओं का सिलसिला शुरू हो जाता है। ये घटनाएँ इतनी अजीब और अप्रत्याशित थीं कि पुलिस भी हैरान थी, और शहर का हर नागरिक भय के साये में जीने को मजबूर था। शहर की शांत गलियों …
अंधेरे का साया एक पुराना घर, एक अनकही कहानी शहर की भागदौड़ भरी ज़िंदगी से दूर, रोहित और प्रिया ने एक नया जीवन शुरू करने का फैसला किया। रोहित को अपने पुश्तैनी गाँव में एक पुराना, बड़ा घर विरासत में मिला था। यह घर सदियों पुराना था, जिसकी दीवारों में अनगिनत कहानियाँ दफ़न थीं। शहर के शोरगुल से दूर, इस …
दर्पण कोना सारांश:मुंबई के एक पुराने रेलवे क्वार्टर में रहने वाली 35 वर्षीय चित्रकार मीरा को एक कोने में रखा टूटा हुआ दर्पण रह-रहकर कुछ दिखाता है — कुछ ऐसा जो सामने नहीं, पर शायद कहीं और घट रहा है। वो दर्पण केवल दृश्य नहीं दिखाता, बल्कि उसे वहाँ खींचता भी है। जब उसके पति और दोस्त एक-एक करके लापता …
समय का खेल एक रहस्यमयी घड़ी और समय में उलझा एक जासूस। विक्रम, एक ऐसा जासूस जो अपने तार्किक दिमाग और असाधारण अवलोकन कौशल के लिए जाना जाता था, हमेशा समय का पाबंद रहता था। उसकी ज़िंदगी घड़ी की सुइयों की तरह सटीक और व्यवस्थित थी। लेकिन एक दिन, उसे एक ऐसा मामला मिला जिसने उसकी पूरी दुनिया को अस्त-व्यस्त …
गुमनाम चेहरा एक प्रसिद्ध चित्रकार, जो अपने ही चित्रों में एक भयानक रहस्य पाता है। आदित्य वर्मा, एक ऐसा नाम था जो कला जगत में सम्मान से लिया जाता था। उसके चित्र न सिर्फ़ सुंदर थे, बल्कि उनमें एक अजीब सी गहराई और भावना भी थी, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देती थी। आदित्य अपने स्टूडियो में एकांत में काम …
चौथा दरबार राजस्थान की एक शांत लेकिन इतिहास-भरी हवेली में एक सरकारी कला शोधकर्ता को सौंपा जाता है एक प्राचीन दस्तावेज़, जिसमें ज़िक्र है एक ऐसे ‘चौथे दरबार’ का जो कभी न राजा ने देखा, न किसी इतिहास में दर्ज है। दस्तावेज़ में साफ़-साफ़ चेतावनी है — “इस दरबार को मत खोजना।” पर शोधकर्ता की जिज्ञासा उसे एक ऐसी साजिश …
गुमनाम आवाज एक रेडियो जॉकी, जिसे रात में आती है रहस्यमयी कॉल, जो बदल देती है उसकी दुनिया। आरव, शहर के सबसे लोकप्रिय रेडियो जॉकी में से एक था। उसकी आवाज़ में एक जादू था, जो रात के अकेलेपन में लोगों का साथी बनती थी। उसका शो, ‘रात के राही’, देर रात प्रसारित होता था और लोग अपनी कहानियाँ और …
सातवीं सीढ़ी एक पुरानी हवेली में घटती रहस्यमयी घटनाओं के बीच, एक युवा स्थापत्य अभियंता ‘अर्जुन’ एक रिनोवेशन प्रोजेक्ट पर आता है। वहाँ उसे एक रहस्यपूर्ण सीढ़ी मिलती है, जिसकी सातवीं सीढ़ी पर पैर रखते ही हर व्यक्ति या तो पागल हो जाता है या गायब। अर्जुन इसके पीछे छिपे रहस्य को जानने का प्रयास करता है, लेकिन जो सच्चाई …
अनदेखा आयाम दिल्ली के एक पुराने सरकारी अपार्टमेंट में रहने वाली आयशा को अपने फ्लैट के सामने लगे एक बंद दरवाज़े से अजीब आवाज़ें सुनाई देती हैं — वो दरवाज़ा पिछले 22 सालों से नहीं खुला। पुलिस और सोसाइटी के रिकॉर्ड में वह फ्लैट ‘रिक्त’ है, लेकिन आयशा को लगता है कि उस कमरे में कोई है… या कुछ है। …
अदृश्य जाल एक प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक, जो अदृश्य भय से हो रही मौतों की गुत्थी सुलझाने निकला है। डॉ. समीर वर्मा, भारत के सबसे सम्मानित फोरेंसिक मनोवैज्ञानिकों में से एक थे। उनका नाम तब सुर्खियों में आया था जब उन्होंने कई जटिल आपराधिक मामलों में अपराधियों के दिमाग को पढ़कर पुलिस की मदद की थी। उनकी ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई …
कोहरे का रहस्य एक एकांत पहाड़ी गाँव, जहाँ कोहरा सिर्फ़ मौसम नहीं, बल्कि एक गहरा राज़ छिपाता है। अर्जुन, एक ऐसा जासूस जिसकी ख्याति उसके सुलझाए गए जटिल मामलों से कहीं ज़्यादा उसकी रहस्यमयी ज़िंदगी के लिए थी, अपने एकांत जीवन में डूबा हुआ था। वह शहरों की भीड़-भाड़ से दूर, एक शांत पहाड़ी कस्बे में रहता था, जहाँ उसकी …
मौन का सौदागर राजधानी के बीचोंबीच एक प्रख्यात मनोवैज्ञानिक डॉक्टर विवेक त्रिवेदी की क्लिनिक में एक ऐसा मरीज़ आता है जो बोल नहीं सकता, मगर हर हफ्ते एक मूक चित्र बनाकर छोड़ जाता है। ये चित्र किसी भयावह घटना के संकेत होते हैं, जो बाद में सच साबित होती है। डॉक्टर विवेक जब इस रहस्य की तह तक जाने की …
खामोश शहर का राज़ एक शानदार परियोजना, एक आधुनिक शहर, और उसके भीतर छिपा एक गहरा, भयानक रहस्य। रोहन मेहरा, भारत के सबसे प्रसिद्ध वास्तुकारों में से एक, अपने नवीनतम और सबसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट, ‘नव्य नगर’ के उद्घाटन की तैयारी कर रहा था। यह एक अत्याधुनिक स्मार्ट सिटी थी, जिसे उसने अपनी कल्पना और इंजीनियरिंग के चरम पर बनाया था। …
नीली आँखों वाला आदमी एक शांतिपूर्ण शहर में एक रहस्यमय व्यक्ति की उपस्थिति धीरे-धीरे लोगों के जीवन को बदल देती है। उसकी नीली आँखें, उसकी चुप्पी, और हर दिन गायब होते लोग — इन सबके पीछे छिपा है एक ऐसा सच जो हर किसी की सोच से परे है। एक युवा पत्रकार उसकी असलियत जानने की ठान लेती है और …
झूठी मुस्कानें यह कहानी है ‘रिया वर्मा’ की — एक इन्फ्लुएंसर, लाइफ कोच और मोटिवेशनल स्पीकर, जिसकी हर सोशल मीडिया पोस्ट में मुस्कानें, पॉज़िटिविटी और सफलता झलकती है। लाखों लोग उसे फॉलो करते हैं, लेकिन खुद रिया अपने भीतर एक खोखलेपन से जूझ रही होती है। उसका हर वीडियो, हर सलाह, हर शब्द दिखावे की दीवार पर टंगा होता है, …
पहचान का भ्रम यह कहानी एक युवा सॉफ्टवेयर इंजीनियर, आरव की है, जो अपनी पहचान और आत्म-मूल्य को अपने पहनावे, गैजेट्स और सोशल मीडिया पर अपनी ‘स्टाइलिश’ छवि से जोड़ता है। वह मानता है कि बाहरी दिखावा ही उसे समाज में स्वीकार्यता और सम्मान दिलाएगा, लेकिन अंततः उसे यह एहसास होता है कि सच्ची पहचान और खुशी दिखावे में नहीं, …
वास्तविक संवाद यह कहानी एक युवा कॉर्पोरेट कर्मचारी, आरुषि की है, जो डिजिटल युग में संचार के साधनों पर अत्यधिक निर्भर होकर वास्तविक मानवीय संवाद और सक्रिय श्रवण के महत्व को भूल जाती है। वह मानती है कि त्वरित संदेश और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ ही पर्याप्त हैं, लेकिन अंततः उसे यह एहसास होता है कि सच्चा संबंध और समझ …
दस्तक भीतर की संक्षिप्त सारांश:यह कहानी है ‘प्रणव खन्ना’ की — एक अमीर, सफल और अत्यंत व्यस्त कॉर्पोरेट वकील, जिसकी ज़िंदगी केवल कोर्ट रूम, कॉन्ट्रैक्ट्स और क्लाइंट मीटिंग्स के इर्द-गिर्द घूमती है। उसके जीवन में सब कुछ है — पैसा, नाम, पॉवर — लेकिन नहीं है तो शांति, आत्मसंतोष और रिश्तों की गर्माहट। सब कुछ मशीन की तरह चलता रहता …
दिखावे की दौड़ यह कहानी एक युवा कॉलेज छात्रा प्रिया की है, जो सोशल मीडिया पर अपनी ‘परफेक्ट’ जिंदगी का दिखावा करने के लिए वास्तविकता से दूर होती चली जाती है। वह मानती है कि ऑनलाइन प्रशंसा और ‘लाइक्स’ ही उसकी खुशी का स्रोत हैं, लेकिन अंततः उसे यह एहसास होता है कि सच्चा संतोष और खुशी दिखावे में नहीं, …
रिश्तों का भार संक्षिप्त सारांश:यह कहानी है एक मध्यमवर्गीय परिवार की बहू ‘अदिति’ की, जो शादी के बाद संयुक्त परिवार की जिम्मेदारियों और सामाजिक अपेक्षाओं के बीच फँसती जाती है। हर कोई उससे सेवा, त्याग और संयम की अपेक्षा करता है, लेकिन कोई नहीं पूछता कि वह क्या महसूस करती है, क्या चाहती है। एक दिन जब वह सब कुछ …
दूसरों की नज़र संक्षिप्त सारांश:यह कहानी है ‘नीरज अग्रवाल’ की, जो एक प्रतिष्ठित फैशन फोटोग्राफर है और जिसकी ज़िंदगी स्टाइल, कैमरे और नामचीन चेहरों से घिरी हुई है। लेकिन उसी ज़िंदगी में एक मोड़ तब आता है जब वह अपने ही ऑफिस की एक शांत, सामान्य सी महिला ‘मीना’ को एक फोटो प्रोजेक्ट के लिए उपहास का पात्र बनाता है। …
अहंकार का अंत यह कहानी एक युवा और बेहद प्रतिभाशाली सॉफ्टवेयर इंजीनियर, विक्रम की है, जो अपनी असाधारण बुद्धि और सफलताओं के कारण घमंड में चूर हो जाता है। वह मानता है कि वह किसी से कम नहीं है और दूसरों को नीचा दिखाने में उसे खुशी मिलती है, लेकिन अंततः उसे यह एहसास होता है कि सच्चा सम्मान और …
सच्ची शक्ति यह कहानी एक युवा राजनेता आदित्य की है, जो सत्ता और प्रभाव को ही वास्तविक शक्ति का प्रतीक मानता है। वह अपने पद का दुरुपयोग करता है और लोगों को नियंत्रित करने की कोशिश करता है, लेकिन अंततः उसे यह एहसास होता है कि सच्ची शक्ति भय या दबाव से नहीं, बल्कि सेवा, ईमानदारी और लोगों के विश्वास …
मूल्य का प्रश्न संक्षिप्त सारांश:यह कहानी है ‘रघुवीर प्रसाद’ नाम के एक अनुभवी लेकिन अब बेरोज़गार बुज़ुर्ग की, जो कभी दिल्ली के एक प्रतिष्ठित विद्यालय में शिक्षक थे। समय ने करवट बदली, हालात ने मजबूरी थमाई, और अब वह एक लोकल बुकस्टोर पर बैठने लगे। वहीं एक युवा लड़का ‘सुमित’ उनसे रोज़ टकराता है — एक महत्वाकांक्षी, तेज़-तर्रार, लेकिन आत्मकेन्द्रित …
नियंत्रण का भ्रम यह कहानी एक महत्वाकांक्षी युवा आर्किटेक्ट समीर की है, जो अपने जीवन और अपने काम में हर चीज़ पर पूर्ण नियंत्रण रखना चाहता है। वह मानता है कि हर विवरण को नियंत्रित करके ही पूर्णता और सफलता प्राप्त की जा सकती है, लेकिन अंततः उसे यह एहसास होता है कि जीवन की कुछ चीजें अप्रत्याशित होती हैं …
झूठ की दीवार संक्षिप्त सारांश:यह कहानी है ‘सौरभ रस्तोगी’ की — एक मध्यमवर्गीय परिवार का पढ़ा-लिखा नौजवान जो सफलता के शॉर्टकट के चक्कर में अपने जीवन को झूठ की छोटी-छोटी ईंटों से सजाने लगता है। पहले अपने रिज़्यूमे में झूठ, फिर सोशल मीडिया पर बनावटी जीवन, और फिर निजी संबंधों में छल — धीरे-धीरे वह अपने ही बनाए हुए नकली …
भीड़ से अलग संक्षिप्त सारांश:यह कहानी है ‘कृतिका सिंह’ की — एक मध्यमवर्गीय लड़की जो मुंबई के एक नामी प्राइवेट कॉलेज में पढ़ती है। वहाँ की चमक-धमक, सोशल मीडिया, महंगे कपड़े और हर दिन बदलते ट्रेंड्स ने उसे एक ऐसे रास्ते पर खड़ा कर दिया, जहाँ वह अपनी असली पहचान खोने लगी। पर एक छोटी घटना, एक बहुत सामान्य लड़की …
सहानुभूति का पाठ यह कहानी एक युवा कॉर्पोरेट कर्मचारी निशा की है, जो अपनी व्यस्त और प्रतिस्पर्धात्मक जीवनशैली में दूसरों के प्रति सहानुभूति और करुणा खो देती है। वह लोगों को उनकी बाहरी परिस्थितियों या सोशल मीडिया की छवि के आधार पर आंकती है, लेकिन अंततः उसे यह एहसास होता है कि सच्चा मानवीय संबंध और संतोष केवल दूसरों की …
ज्ञान का सार यह कहानी रोहन नाम के एक प्रतिभाशाली छात्र की है, जो आधुनिक तकनीक पर अत्यधिक निर्भर होकर सतही ज्ञान प्राप्त करता है, लेकिन अंततः उसे यह एहसास होता है कि सच्चा ज्ञान और कौशल केवल कड़ी मेहनत, गहराई से समझने और वास्तविक अनुभव से ही प्राप्त होता है। यह दर्शाती है कि दिखावे की सफलता क्षणभंगुर होती …
नाम से नहीं संक्षिप्त सारांश:यह कहानी है एक महत्वाकांक्षी युवक ‘नक्षत्र भल्ला’ की, जो केवल नाम, पद और प्रतिष्ठा के पीछे भागते हुए इस भ्रम में जी रहा होता है कि इज्ज़त पद से मिलती है, पहचान पैसे से बनती है और लोग केवल उसी को पूछते हैं जिसका नाम बड़ा हो। लेकिन जब एक साधारण जीवन जीने वाला इंसान …
सच्ची दौलत यह कहानी एक युवा व्यवसायी अर्जुन की है, जो अपनी दौलत और सामाजिक स्थिति को ही अपनी पहचान का आधार मानता है। वह गरीबों और जरूरतमंदों के प्रति उदासीन रहता है, लेकिन अंततः उसे यह एहसास होता है कि सच्ची दौलत केवल धन-संपत्ति में नहीं, बल्कि मानवीयता, दया और दूसरों की मदद करने में निहित है। अर्जुन, एक …
स्वार्थ का अंत संक्षिप्त सारांश:यह कहानी है ‘राहुल जैन’ नाम के एक सफल और चतुर युवा व्यवसायी की, जो हर रिश्ता, हर अवसर और हर निर्णय को केवल अपने लाभ के तराजू पर तौलता था। उसका मानना था कि दुनिया में अगर जीतना है, तो केवल अपने हित को प्राथमिकता दो। पर जब जीवन ने उसे एक ऐसी स्थिति में …
वक्त की समझ संक्षिप्त सारांश:यह कहानी एक युवा तकनीकी इंजीनियर ‘मोहित सक्सेना’ की है, जो तेज़ी से भागती हुई ज़िंदगी में करियर, महत्वाकांक्षा और उपलब्धियों के पीछे दौड़ते हुए यह भूल चुका है कि समय का सबसे सुंदर उपयोग अपनों के साथ किया हुआ पल होता है। जब उसे अचानक अपने पिता की गंभीर बीमारी के कारण कुछ सप्ताह गांव …
समय का मोल यह कहानी एक युवा सॉफ्टवेयर डेवलपर राहुल की है, जो समय के महत्व को नहीं समझता और उसे सोशल मीडिया, ऑनलाइन मनोरंजन और आलस्य में बर्बाद करता है। यह दर्शाती है कि कैसे समय की बर्बादी व्यक्ति को अवसरों से वंचित करती है और सच्ची सफलता तथा संतोष केवल समय के सदुपयोग और जिम्मेदारियों को निभाने से …
कला का मूल्य यह कहानी एक महत्वाकांक्षी युवा संगीतकार आर्यन की है, जो संगीत की दुनिया में रातों-रात प्रसिद्धि पाने के लिए अपनी मौलिकता और कड़ी मेहनत को दरकिनार कर, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और साहित्यिक चोरी का सहारा लेता है। यह दर्शाती है कि कैसे अनैतिक तरीकों से प्राप्त की गई प्रसिद्धि क्षणिक होती है और सच्ची कला तथा स्थायी …
इज्ज़त का मतलब संक्षिप्त सारांश:यह कहानी है एक ऑटो ड्राइवर अज़हर अली की, जो मुंबई जैसे महानगर की भागती दुनिया में रोज़ अपने परिवार और आत्म-सम्मान के बीच संतुलन बनाकर जीता है। अज़हर की ईमानदारी, धैर्य और स्वाभिमान उस वक़्त परीक्षा में पड़ते हैं, जब उसे अचानक एक ऐसा प्रस्ताव मिलता है, जिससे रातोंरात अमीर तो बना जा सकता है …
सच्ची पहचान यह कहानी एक युवा कॉर्पोरेट कर्मचारी समीर की है, जो अपनी पहचान और सम्मान के लिए भौतिक सुख-सुविधाओं और दिखावे पर अत्यधिक निर्भर हो जाता है। यह दर्शाती है कि कैसे बाहरी दिखावा क्षणिक होता है और सच्ची पहचान तथा आत्म-मूल्य हमारे आंतरिक गुणों, ईमानदारी और मानवीय संबंधों से ही बनते हैं। समीर, एक छोटे शहर का होनहार …
सच्चे मान का मोल संक्षिप्त सारांश:यह कहानी है एक युवा फैशन डिज़ाइनर ‘श्रेयस’ की, जो समाज में सम्मान पाने के लिए झूठे दिखावे, ब्रांडेड रहन-सहन और ऊपरी चमक में इतना खो जाता है कि अपने आत्म-सम्मान और व्यक्तिगत सत्य से कटने लगता है। जब उसे वास्तविक दुनिया का सामना करना पड़ता है, तब उसे समझ आता है कि असली मान-सम्मान …
खुशियों की कीमत संक्षिप्त सारांश:यह कहानी है एक आधुनिक शहरी महिला — संजना अवस्थी — की, जो अपनी सफल ज़िंदगी में सब कुछ होते हुए भी भीतर से अधूरी महसूस करती है। ऊँची नौकरी, बड़ा घर, और हर सुविधा होने के बावजूद जब एक घटना उसे अपनी पुरानी ज़िंदगी की ओर ले जाती है, तब वह समझती है कि असली …
आभासी दुनिया यह कहानी एक युवा लड़के आर्यन की है, जो स्मार्टफोन और सोशल मीडिया की आभासी दुनिया में इतना खो जाता है कि वह अपने वास्तविक जीवन, रिश्तों और जिम्मेदारियों को नजरअंदाज करने लगता है। यह दर्शाती है कि कैसे अत्यधिक डिजिटल जुड़ाव हमें वास्तविक खुशियों से दूर कर सकता है और सच्ची संतुष्टि भौतिक दुनिया के अनुभवों और …
सच्ची सफलता यह कहानी एक युवा सॉफ्टवेयर इंजीनियर करण की है, जो अपनी कंपनी में तेजी से आगे बढ़ने के लिए अपने सहकर्मियों के साथ अनुचित प्रतिस्पर्धा करता है और उनकी मेहनत का श्रेय खुद ले लेता है। यह दर्शाती है कि कैसे अनैतिक तरीकों से प्राप्त की गई ऊँचाई क्षणिक होती है और अंततः व्यक्ति को अपने ही कर्मों …
झूठ का बोझ संक्षिप्त सारांश:यह कहानी है एक सफल पर आत्ममुग्ध नवयुवक, अमेय वर्मा की, जो अपने करियर की ऊँचाइयों तक पहुँचने के लिए झूठ और बनावटीपन को साधन मानता है। सोशल मीडिया की दुनिया में वह एक आदर्श व्यक्तित्व बन चुका था, पर भीतर से उसकी ज़िंदगी दिखावे की बुनियाद पर खड़ी थी। जब परिस्थितियाँ बदलीं और उसका ही …
प्रकृति का ऋण यह कहानी राहुल नाम के एक महत्वाकांक्षी बिल्डर की है, जो अपनी परियोजनाओं में अधिकतम लाभ कमाने के लिए पर्यावरण नियमों और प्राकृतिक संतुलन की अनदेखी करता है। यह दर्शाती है कि कैसे प्रकृति के साथ खिलवाड़ करने का परिणाम अंततः मानव जाति को ही भुगतना पड़ता है और सच्ची प्रगति तभी होती है जब हम पर्यावरण …
अपनों की अहमियत संक्षिप्त सारांश:यह कहानी है एक आधुनिक युवती ‘कीर्ति’ की, जो अपने करियर, स्टेटस और सोशल मीडिया के चकाचौंध में इस कदर उलझ जाती है कि धीरे-धीरे वह अपने परिवार, दोस्तों और अपनी जड़ों से दूर होती जाती है। जब एक अप्रत्याशित संकट उसके जीवन को झकझोर देता है, तब वह समझती है कि असली जीवन वे रिश्ते …
भरोसे की ताक़त संक्षिप्त सारांश:यह कहानी एक आधुनिक नगर में रहने वाले दो मित्रों – अनिरुद्ध और दुष्यंत – की है, जिनके जीवन में सफलता और नैतिकता की राहें अलग-अलग मोड़ लेती हैं। एक दोस्त ने अपने मूल्य और परिश्रम के बल पर जीवन को सँवारा, जबकि दूसरा दोस्त तात्कालिक लाभ के पीछे भागते हुए अपने नैतिक मूल्यों से भटक …
कर्म का फल यह कहानी एक महत्वाकांक्षी युवा उद्यमी आकाश की है, जो सफलता की अंधी दौड़ में नैतिकता और ईमानदारी के सिद्धांतों को ताक पर रख देता है। यह दर्शाती है कि कैसे अनैतिक मार्ग से प्राप्त की गई सफलता क्षणिक होती है और अंततः व्यक्ति को अपने ही कर्मों का कड़वा फल चखना पड़ता है। आकाश, एक छोटे …
दिखावा या सेवा यह कहानी रिया नाम की एक युवा लड़की की है, जो आधुनिक युग में सोशल मीडिया की चकाचौंध में खो जाती है। वह आभासी दुनिया की प्रशंसा और ‘लाइक्स’ को ही असली सफलता मान बैठती है, लेकिन अंततः उसे यह एहसास होता है कि सच्चा संतोष और खुशी दिखावे में नहीं, बल्कि वास्तविक जीवन में किए गए …
बिना नक्शा संक्षिप्त विवरण:यह कहानी है युवराज नाम के एक 35 वर्षीय कॉर्पोरेट ट्रेनर की, जो लगातार यात्राएं करता है, लोगों को मोटिवेशनल भाषण देता है, लेकिन खुद के जीवन में स्थिरता और अर्थ की तलाश में भटकता रहता है। एक दिन वह एक प्रयोग करता है — “एक यात्रा बिना किसी नक्शे, बिना किसी मंज़िल के” — जहाँ वह …