अधूरी विरासत एक बेटे की तलाश, एक पिता की पहचान, और एक शहर की चुप्पी पर आधारित गहरी मानवीय कथा बांदा जिले के पुराने मोहल्ले ‘कच्ची हवेली’ में एक खामोश और अजनबी-सा आदमी पिछले दो महीने से किराये पर रह रहा था। नाम बताया था – शरद शुक्ला। उम्र लगभग चालीस, चेहरा गंभीर, चाल सीधी, और आँखों में एक ऐसा …
अनजान रिश्ता जीवन की धारा कभी-कभी ऐसे मोड़ लेती है जहाँ अतीत की परछाइयाँ वर्तमान को घेर लेती हैं, और अनजाने में बुने गए रिश्ते नियति के जटिल ताने-बाने को उजागर करते हैं। यह कहानी है मालती की, एक ऐसी माँ जिसने अपने जीवन का हर पल अपनी बेटी रिया के लिए जिया, अपने अतीत के गहरे घावों को अपने …
अंतिम किनारा आत्मसम्मान, रिश्तों और जीवन की उलझनों में फंसे एक अकेले आदमी की गूढ़ दास्तान वाराणसी के भीड़भाड़ भरे चौक इलाके की एक पुरानी गली में, एक पतली-सी हवेली थी—दीवारों पर सीलन, खिड़कियों पर धूल की परत, और दरवाज़े पर जंग खाया ताला। यही हवेली कभी देश के नामी कवि और विचारक पं. चंद्रकांत अवस्थी की थी। चंद्रकांत अब …
टूटी उम्मीदें एक पारिवारिक बिखराव की मार्मिक दास्तान राजधानी के एक प्रतिष्ठित मोहल्ले “सावित्री नगर” में रहने वाला मिश्रा परिवार वर्षों से सम्मानित और प्रतिष्ठित माना जाता था। परिवार के मुखिया सत्यव्रत मिश्रा, एक सेवानिवृत्त प्रोफेसर थे, जिनका समाज में बड़ा नाम था। उनकी पत्नी सुरेखा मिश्रा, एक सीधी-सादी मगर आत्मसम्मान से भरी स्त्री थीं। दोनों के तीन बच्चे थे …
अतीत का बोझ एक भव्य हवेली, जिसकी दीवारें दशकों के इतिहास और अनगिनत कहानियों की गवाह थीं, शहर के हृदय में शांत खड़ी थी। यह हवेली राजेश खन्ना, एक प्रतिष्ठित उद्योगपति, और उनके परिवार का निवास स्थान थी। राजेश खन्ना का नाम व्यापारिक जगत में सम्मान और सफलता का पर्याय था। उनकी पत्नी, सुमन, एक शांत और गरिमामयी महिला थीं, …
विरासत का संग्राम एक प्राचीन परिवार की विरासत के लिए छिड़ा एक महासंग्राम, जहाँ रिश्तों की डोर टूटती है और महत्वाकांक्षा की आग सब कुछ जला देती है। यह कहानी है ‘सिंह टेक्सटाइल्स’ के मालिक, पृथ्वीराज सिंह और उनके दो बेटों, समर और वीर की। वर्षों के अथक परिश्रम और ईमानदारी से पृथ्वीराज ने अपने व्यापार को एक छोटे से …
सपनों की कीमत यह कहानी है एक छोटे शहर के युवक ‘विवेक’ की, जिसके सपनों और ज़िम्मेदारियों के बीच बसी है एक लंबी लड़ाई। यह कहानी बताती है कि कैसे एक मध्यमवर्गीय परिवार का एक साधारण लड़का अपनी प्रतिभा, मेहनत और आत्मसम्मान के सहारे संघर्ष की चट्टानों को पार करता है। लेकिन वह रास्ता इतना सीधा नहीं होता। रिश्तों की …
एक अधूरी मुस्कान यह एक अत्यंत भावनात्मक और यथार्थपरक पारिवारिक नाटक है जो एक निम्न-मध्यमवर्गीय परिवार की आर्थिक, सामाजिक और मानसिक संघर्षों की परतों को खोलता है। यह कहानी एक मां ‘शालिनी’, एक बेरोज़गार बेटा ‘राघव’, एक समझौतों में घुटती बहू ‘सोनल’ और एक खोखली होती हुई ज़िंदगी की है। हर किरदार अपने-अपने स्तर पर टूट रहा है, लेकिन कोई …
छूटे रिश्तों की गूंज यह एक भावनात्मक नाटक है जो एक टूटते हुए परिवार की परतों को खोलता है। पिता और बेटे के बीच वर्षों से जमी हुई खामोशी को तोड़ने की कोशिश में एक मां खुद को खो बैठती है। एक ऐसी कहानी जहाँ हर किरदार अपनी जगह सही है, लेकिन गलतफहमी, अहंकार और समय ने सबको बिखेर दिया …