माँ की परछाईं उत्तराखंड के एक सुनसान पहाड़ी गाँव नैरा में एक पुरानी हवेली है, जहाँ हर नवविवाहित दुल्हन के साथ कुछ भयावह घटता है। लोग कहते हैं कि उस हवेली में एक माँ की परछाईं रहती है, जो अपने मरे हुए बेटे की दुल्हन ढूंढ रही है। जब एक नई नवेली दुल्हन “कविता” उस हवेली में आती है, तो …
रात का जंगल एक अनजानी पुकार यह कहानी शुरू होती है एक घने, रहस्यमयी जंगल से, जहाँ सूरज की रोशनी भी मुश्किल से पहुँच पाती थी। इस जंगल के बारे में कई कहानियाँ प्रचलित थीं – कुछ लोग इसे देवताओं का वास कहते थे, तो कुछ इसे बुरी आत्माओं का घर। लेकिन कोई भी, सूरज ढलने के बाद, इस जंगल …
काली सीढ़ियाँ शिमला की एक पुरानी कोठी में बनी सीढ़ियाँ वर्षों से वीरान हैं। स्थानीय लोग कहते हैं कि वे सीढ़ियाँ कहीं जाती नहीं, बल्कि कुछ लाती हैं — वो जो इंसान नहीं होते। जब एक वास्तुशास्त्री ‘ईशान’ वहाँ पर शोध के लिए जाता है, तो वह खुद को एक ऐसी भयावह सच्चाई के सामने पाता है जो न तो …
भूतिया खिड़की उत्तर प्रदेश के एक पुराने और खंडहर हो चुके हवेली में स्थित एक खिड़की वर्षों से बंद है। गांववालों का मानना है कि जो भी उस खिड़की को खोलता है, वह कभी दोबारा नहीं दिखता। जब शहर से एक युवा शोधकर्ता “रवि” अपनी डॉक्टरेट के लिए उस हवेली पर शोध करने आता है, तो वह इस खिड़की के …
रहस्यमयी शुरुआत शहर में अजीब मौतें यह कहानी शुरू होती है एक शांत, लेकिन अपने अंदर कई राज़ समेटे शहर से, जहाँ अचानक रहस्यमयी घटनाओं का सिलसिला शुरू हो जाता है। ये घटनाएँ इतनी अजीब और अप्रत्याशित थीं कि पुलिस भी हैरान थी, और शहर का हर नागरिक भय के साये में जीने को मजबूर था। शहर की शांत गलियों …
अंधेरे का साया एक पुराना घर, एक अनकही कहानी शहर की भागदौड़ भरी ज़िंदगी से दूर, रोहित और प्रिया ने एक नया जीवन शुरू करने का फैसला किया। रोहित को अपने पुश्तैनी गाँव में एक पुराना, बड़ा घर विरासत में मिला था। यह घर सदियों पुराना था, जिसकी दीवारों में अनगिनत कहानियाँ दफ़न थीं। शहर के शोरगुल से दूर, इस …
खिड़की जो कभी बंद नहीं होती यह कहानी एक साधारण सी दिखने वाली इमारत के उस फ्लैट की है, जिसमें एक खिड़की हमेशा खुली रहती है — चाहे बारिश हो या तूफ़ान, गर्मी हो या ठंड। कोई उसमें रहता नहीं, पर कई लोगों ने वहाँ परछाइयाँ देखी हैं। जब एक अकेली रहने वाली लेखिका ‘विभा’ उस फ्लैट में रहने आती …
अंतिम मंज़िल यह कहानी एक सुनसान पहाड़ी स्टेशन “घाटराकोट” की है, जहाँ एक वीरान होटल ‘अंतिम मंज़िल’ पिछले चालीस वर्षों से बंद पड़ा है। कहा जाता है कि वहां जो भी ठहरता है, या तो वापस नहीं आता, या पागल हो जाता है। जब मशहूर डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म निर्माता अमर राजपुरोहित, अपनी टीम के साथ उस होटल की सच्चाई को उजागर …
छाया हवेली का रहस्य यह कहानी एक वीरान और बदनाम हवेली “छाया हवेली” के इर्द-गिर्द घूमती है, जहाँ वर्षों से कोई नहीं गया। जब एक युवा पत्रकार रचना, एक रहस्यमय पत्र के संकेत पर उस हवेली में पहुँचती है, तो वह एक ऐसे रहस्य से पर्दा उठाती है जो मौत और आत्माओं की दुनिया से जुड़ा है। हवेली के सन्नाटे …